नई दिल्ली। शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग ने सोमवार को जिला निष्पादन ग्रेडिंग सूचकांक (PGI-D) जारी की। जिसमें राजस्थान के सीकर जिले ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके बाद झुंझुनू और जयपुर जिले का भी बेहतरीन प्रदर्शन है।जिला निष्पादन ग्रेडिंग सूचकांक (PGI-D) में राजस्थान के इन तीन जिलों ने 100 के स्केल पर 81-90 स्कोर हासिल करके उत्कर्ष ग्रेड हासिल किया।
उच्च शिक्षा विभाग की ओर से राजस्थान के सभी सरकारी विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में नई शिक्षा पॉलीसी लागू किए जाने की तैयारी की जा रही है। पॉलिसी के तहत एमए, एमएससी और एमकॉम पाठ्यक्रम में सेमेस्टर सिस्टम लागू हो सकता है। इसकी प्रकिया चल रही है। सेमेस्टर सिस्टम इसी शिक्षा सत्र 2022-23 में शुरू किए जाने की पूरी तैयारी है।
प्रदेश के करीब 450 सरकारी कॉलेजों में एडमिशन प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई है। पहली बार पूरी प्रक्रिया आॅनलाइन हो रही है। यही नहीं इस बार एडमिशन राजस्थान उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जारी नई एडमिशन पॉलिसी के आधार पर होंगे, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि इस बार एडमिशन परसेंटाइल फॉमूर्ला के बजाए परसेंटेज के आधार पर होंगे।
राज्य सरकार ने पहली से आठवीं कक्षा तक के पढ़ाई के पैटर्न में बड़ा बदलाव किया है। इस सत्र में इन कक्षाओं के बच्चों को पिछली दो कक्षाओं का कोर्स पढ़ाया जाएगा।
कोटा में हर साल 105 करोड़ से ज्यादा की किताबें बिकती है,जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इनमें 70 करोड़ की जेईई और नीट की किताबें बिकती है और 35 से 40 करोड़ की सीबीएसई और आरबीएसई की किताबें बिकती है। कुल मिलाकर यह आंकड़ा 105 करोड़ से अधिक तक पहुंच जाता है।
प्रशासन की अनदेखी के चलते कई वर्षों से शहर के पुस्तकालय दुर्दशा का शिकार हो रहे हैं। एक मे एक भी पुस्तक नहीं है तो वही दूसरे में स्टाफ के अभाव के कारण ताला लगा रहता है। नाम मात्र के इन पुस्तकालयों का वर्षों से उपयोग नहीं हो रहा है जिसके कारण नगर में खुली आधुनिक लाइब्रेरियों में युवाओं को फीस देकर अध्ययन करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
सभी पेरेंट्स चाहते हैं कि उनका बच्चा स्मार्ट बने। इसके लिए पेरेंट्स बहुत.सी कोशिशें करते हैं। कोई अपने बच्चों का ट्यूशन जल्दी लगवा देता है, तो किसी को कम उम्र में ही स्किल्स के लिए कोचिंग सेंटर भेजने की तैयारी शुरू हो जाती है।
शिक्षा विभाग के अलावा अन्य विभागों में तहत लगाए गए शिक्षकों तथा अन्य कार्मिकों की प्रतिनियुक्तियां निरस्त कर दी है। इसके माध्यमिक शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक (प्रशिक्षण) ने आदेश जारी किए है।
राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी में इन दिनों प्रदेशभर से हजारों छात्र प्रोविजनल डिग्री, मार्कशीट, माइग्रेशन सहित अन्य डॉक्यूमेंट लेने कोटा आ रहे हैं। लेकिन, आरटीयू की बदइंतजामी से छात्रों को तीन-तीन दिन तक दस्तावेज नहीं मिल रहे।
वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के 30 लाख से ज्यादा छात्रों की निजी जानकारियां (डेटा) लीक हो सकती हैं। इस डेटा में छात्रों के नाम और पते ही नहीं, उनके फोन नंबर, आधार कार्ड और बैंक खातों के साथ ही पढ़ाई से जुड़ी तमाम अति संवेदनशील जानकारियां शामिल हैं। वीएमओयू के छात्रों का डेटा लीक होने की भनक लगते ही राजभवन तक हड़कंप मच गया।