विकास के कदम
भारत में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के अति आधुनिक हवाई अड्डों की काफी कमी एक लंबे समय से महसूस की जा रही है।
भारत में अन्तरराष्ट्रीय स्तर के अति आधुनिक हवाई अड्डों की काफी कमी एक लंबे समय से महसूस की जा रही है। जबकि हवाई सफर करने वाले लोगों के आवागमन को सुविधाजनक बनाने के लिए अन्तरराष्ट्रीय स्तर के हवाई अड्डों की काफी जरूरत होती है, साथ ही हमारी अर्थव्यवस्था को भी गति देने में सहायक बनते हैं। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को दिल्ली राजधानी क्षेत्र में एक और अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों का शिलान्यास किया। दिल्ली से करीब 70 किलोमीटर की दूरी पर उत्तर प्रदेश के जेवर में बनने वाला यह हवाई अड्डा दुनिया का चौथा बड़ा हवाई अड्डा होगा। यह करीब 6200 हेक्टयर में बनेगा। निर्माण कार्य कई चरणों में चलते हुए पूरा हवाई अड्डा 2050 तक बना लेने का लक्ष्य रखा गया है। सरकार की मंशा है कि सितंबर 2024 से यहां भारत के नौ शहरों समेत दुबई के लिए फ्लाइट शुरू हो जाए। इस हवाई अड्डे से यात्री विमानों की आवाजाही होगी ही, साथ यहां मालवाहक विमानों की आवाजाही होगी। इसके अलावा इसी हवाई अड्डे के नजदीक एयरक्राफ्ट के मेंटेनेंस के लिए भी देश का सबसे बड़ा सेंटर होगा। अब तक विमानों को मेंटेनेंस के लिए विदेशों में भेजा जाता है। इस हवाई अड्डे के निर्माण की काफी पहले ही कर दिया गया था, लेकिन भूमि अधिग्र्रहण आदि से संबंधित औपचारिकताएं पूरी करने में कुछ समय लग गया। इस एयरपोर्ट के शुरू हो जाने से गुरुग्र्राम, फरीदाबाद, नोएडा, आगरा, गाजियाबाद, मेरठ आदि के लोगों को दिल्ली एयरपोर्ट नहीं आना-जाना पड़ेगा। क्योंकि जेवर एयरपोर्ट उनके लिए काफी नजदीक होगा। दिल्ली एयरपोर्ट पर पहले से ही काफी दबाव बना हुआ है। स्थानीय लोगों के अलावा विदेशी पर्यटकों को भी इससे काफी सुविधा होगी। अब तक आगरा जाने वाले विदेशी पर्यटकों को पहले दिल्ली और फिर वहां से आगरा की फ्लाइट या टैक्टिसयां आदि का सहारा लेना पड़ता है। नागरिकों व विदेशी पर्यटकों के अलावा जेवर एयरपोर्ट से व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। अब दिल्ली का विस्तार होना कठिन हो गया है, इसलिए जेवर के आसपास नए कारोबारी केन्द्रों की स्थापना संभव हो सकेगी। केन्द्र सरकार विकास के कदम आगे बढ़ाने के लक्ष्य के तहत ही देश में यातायात व व्यापार साधनों को आधुनिक बना रही है। राष्ट्रीय मार्गों का तेजी से निर्माण हो रहा है, रेलवे व एयर यात्रा को सुगम व आधुनिक स्वरूप दिया जा रहा है।
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