सौ करोड़ को टीका

सौ करोड़ को टीका

21 अक्टूबर को देश में सौ करोड़ लोगों का टीकाकरण का काम पूरा होना एक बड़ी उपलब्धि है।

गुरुवार, 21 अक्टूबर को देश में सौ करोड़ लोगों का  टीकाकरण का काम पूरा होना एक बड़ी उपलब्धि है। देश में 9 महीने पहले 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान की शुरूआत हुई थी। प्रारंभिक दौर में 20 करोड़ लोगों के टीके 130 दिन में लगे थे। अभी तक 21 फीसदी आबादी ही पूरी तरह वैक्सनेट हुई है जबकि अभी करोड़ों लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगनी है। अभी दुनिया भर में टीकाकरण के मामले में चीन ही एक ऐसा देश है जो भारत से आगे है। भारत की बड़ी आबादी का वैक्सीनेशन एक बड़ी चुनौती थी। लेकिन आज भारत ने सौ करोड़ लोगों के वैक्सीनेशन का काम पूरा करके कोरोना से जंग जीतने के पहले पड़ाव को पार कर लिया है। यह लक्ष्य पूरा करने की राह में काफी बाधाएं भी सामने बनी रही। टीकों की उपलब्धता की दिक्कतें न रहीं तो टीकों की कीमतें तय करने का संकट सामने आ गया। टीकों की मांग व कीमतों को लेकर देश में काफी राजनीति भी चली, लेकिन केन्द्र सरकार ने उत्पादन बढ़ाकर व कीमतों को व्यावहारिक बनाने में देर नहीं की। मगर अभी भी हमें कई चुनौतियों का सामना करना है। बड़ी आबादी को दोनों डोज देनी है और 2 साल से 18 साल तक के बच्चों का टीकाकरण करना है। आज दुनिया भर में भारत के टीकाकरण अभियान की सराहना हो रही है और सर्वे बता रहे हैं कि भारत में टीका लगवाने वाले 81 फीसदी लोगों की बॉडी में एंटीबाडी पाया गया है। इससे यह जाहिर होता है कि हमारे देश में निर्मित टीके प्रभावी और सुरक्षा की क्षमता बढ़ाने वाले हैं। आज कोरोना महामारी का असर काफी हद तक घट गया है। कोरोना की वजह से लगाई लगाई गई तमाम तरह की पाबंदियां हटा ली गई है और आर्थिक गतिविधियां भी बढ़नी शुरू हो गई है। इस सब में टीकाकरण अभियान की भी बड़ी भूमिका रही है। लेकिन लोगों को यह नहीं भूलना चाहिए कि अभी कोरोना गया नहीं है। अभी तीसरी लहर की आशंका भी बनी हुई है। दीपावली जैसा बड़ा त्योहार देशभर में मनाया जाएगा। हमें त्योहार के दिनों में काफी सावधानियां बरतनी होंगी। कई देशों में कोरोना लौटने की खबरें आ रही हैं। भारत में भी इसकी दस्तक से इंकार नहीं किया जा सकता। लोगों को पूरी सावधानी बरतने की जरूरत है। अभी हमारे देश में टीकाकरण अभियान पूरा नहीं हुआ है।

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