एए कुरैशी बने नए मुख्य न्यायाधीश
राज्यपाल कलराज मिश्र ने दिलाई शपथ
जयपुर। त्रिपुरा से ट्रांसफर होकर आए एए कुरैशी राजस्थान हाइकोर्ट के 38वें मुख्य न्यायाधीश बने हैं। राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजभवन में कुरैशी को सीजे पद की शपथ दिलाई। इससे पूर्व राज्य के मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने राष्टÑपति की ओर से जारी सीजे कुरैशी का नियुक्ति वारंट पढ़ा। इस मौके पर सीएम अशोक गहलोत सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे। सीजे कुरैशी का कार्यकाल काफी छोटा रहने वाला है। वे 7 मार्च, 2022 को सेवानिवृत्त होंगे।
अमित शाह और गुजरात सरकार के खिलाफ फैसलों से चर्चा में
जस्टिस कुरैशी देश में हाईकोर्ट के वरिष्ठतम न्यायाधीशों में से एक है। गुजरात हाईकोर्ट में न्यायाधीश रहते हुए अमित शाह और गुजरात सरकार के खिलाफ फैसला सुनाने को लेकर उनका नाम चर्चा में आया था। उन्होंने वर्ष 2010 में शाह को सीबीआई की हिरासत में भेजने का आदेश दिया था। वहीं उन्होंने वर्ष 2012 में रिटायर जस्टिस आरए मेहता की लोकपाल के रूप में नियुक्ति को बरकरार रखा था। यह फैसला उस वक्त गुजरात सरकार के खिलाफ था।
जीवन परिचय -
जस्टिस कुरैशी का जन्म 7 मार्च, 1960 को गुजरात में हुआ था। वर्ष 1980 में बीएससी करने के बाद उन्होंने वर्ष 1983 में वकालत की डिग्री ली। जुलाई 1983 में वकालत शुरू करने के बाद इन्हें 1992 से 1998 तक केन्द्र का एडिशनल स्टैंडिंग काउंसिल बनाया गया। इनकम टैक्स सहित विभिन्न विभागों में पैरवी करने के बाद इन्हें 7 मार्च, 2004 को गुजरात हाईकोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया। वहीं 12 अगस्त, 2005 को इन्हें गुजरात हाईकोर्ट के स्थाई न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई गई। जस्टिस कुरैशी को पहले मध्य प्रदेश हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाया था, लेकिन सरकार की आपत्तियों के बाद उन्हें त्रिपुरा भेज दिया गया। इसके बाद हाल ही में राजस्थान हाईकोर्ट के निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश इंद्रजीत महान्ति को त्रिपुरा का सीजे बनाते हुए त्रिपुरा के सीजे एए कुरैशी को राजस्थान हाईकोर्ट भेजा है।
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