करवा चौथ पर पूरे दिन खड़े होकर ड्यूटी देंगी महिला शिक्षिकाएं
महिला अभ्यार्थियों के लिए बदली तिथि
जयपुर। करवा चौथ भारतीय महिलाओं का विशेष त्योहार हैं और दिनभर बिना पानी ग्रहण करें अपने पति की लंबी आयु के लिए महिलाएं व्रत रखती हैं, लेकिन इस बार व्रत के साथ-साथ खड़े रह कर पटवार परीक्षा में वीक्षक की ड्यूटी देनी होगी।
राजस्थान कर्मचरी चयन बोर्ड की ओर से होने वाली परीक्षा में बोर्ड ने शिक्षा विभाग में कार्यरत महिला शिक्षिकाओं की ड्यूटी बतौर वीक्षक लगाई है। दो पारियों में होने वाली इस परीक्षा में उन्हें दिन भर खड़े रहकर ड्यूटी देनी होगी। गौरतलब है कि चयन बोर्ड ने करवा चौथ को ध्यान में रखते हुए महिला अभ्यार्थियों की परीक्षा 24 अक्टूबर के स्थान पर 23 अक्टूबर को करवाने का निर्णय लिया है, लेकिन महिला शिक्षिकाओं को अधीनस्थ बोर्ड भूल गया। ऐसे में अब इन महिला शिक्षिकाओं के लिए परेशानी खड़ी हो गई है।अब राजस्थान प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षक संघ सहित अन्य शिक्षक संघों ने बोर्ड से मांग की है कि महिला शिक्षिकाओं को वीक्षक की ड्यूटी से मुक्त किया जाए।
भारतीय संस्कृति के अनुसार महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण त्योहार करवा चौथ है, इस दिन वे विशेष व्रत रखती हैं। परीक्षा में करीब 65 हजार महिला कार्मिक की ड्यूटी लगाई गई है, जो निरस्त होनी चाहिए।
-शशिभूषण व विपिन प्रकाश शर्मा, शिक्षक नेता
महिला शिक्षिकाओं से अपील है कि वह परीक्षा के सफल आयोजन में प्रशासन की मदद करें। जिस प्रकार की भावना उनकी अपने व्रत के प्रति हैं, उसी प्रकार की भावनाएं वह इन परीक्षाओं के प्रति भी रखें।
-हरिप्रसाद शर्मा, अध्यक्ष, कर्मचारी चयन बोर्ड
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