कुकर्म: दो माह से श्री हिन्दू अनाथ आश्रम में हो रहा था आठ बच्चों के साथ गलत काम
आश्रम के मंत्री सहित तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज : आश्रम में पड़ी मिली बीयर और देशी शराब की बोतलें, पीड़ित बच्चों ने कहा-यहां बीड़ी, सिगरेट पीने के साथ सब गलत काम होते हैं : बच्चों ने नौ बजे शिकायत बाल कल्याण समिति को सौंपी, 12 बजे समिति ने माना हुआ है गलत
जयपुर। कोतवाली थाना इलाके में नाटाणियों का चौराहा स्थित श्री हिन्दू अनाथ आश्रम बाल गृह में करीब डेढ़ माह से आठ बच्चों के साथ अनैतिक काम हो रहा था। इस आश्रम में धुम्रपान और मदिरा सेवन के साथ-साथ सारे गलत काम जारी थे। जब बच्चे इसका विरोध करते तो उनके साथ कू्ररता से मारपीट भी की जाती थी। मौके पर पहुंची बाल कल्याण समिति की टीम को शराब की बोतलें भी मिलीं। इन सबका खुलासा बुधवार सुबह करीब नौ बजे हुआ। बच्चों की शिकायत पर आश्रम पहुंची बाल कल्याण समिति ने अपनी रिपोर्ट में सभी तथ्य सही माने और देर शाम को कोतवाली थाने में करीब तीन लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। बाल कल्याण समिति के एडवोकेट सत्यपाल चंदेलिया की ओर से बाल गृह के केयर टेकर बाबूलाल के दिए नम्बरों पर सम्पर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उनसे सम्पर्क नहीं हो सका। उल्लेखनीय है कि शहर में अलग-अलग संस्थाओं के करीब 25 अनाथ बाल आश्रम संचालित हैं, जहां बच्चे रह रहे हैं।
ऐसे हुआ खुलासा
बाल कल्याण समिति के पास बुधवार सुबह करीब नौ बजे कुछ बच्चों की तीन वीडियो क्लिप पहुंची। इन क्लिप को बाल आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने देखा और जांच के लिए गठित कमेटी डॉ. शैलेन्द्र पांड्या, डॉ. विजेन्द्र सिंह, वंदना व्यास एवं नुसरत नकवी के अलावा आयोग के अधिकारी आश्रम भेजे। इन सभी ने करीब तीन घंटे तक जांच की तो सामने आया कि बच्चों के साथ गलत काम किया जा रहा है। इसके बाद एक रिपोर्ट तैयार की गई, जिसके आधार पर शाम को कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई।
बाल आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल से बातचीत
सवाल: नाटाणियों के चौराहे स्थित हिन्दू अनाथ बाल आश्रम का क्या मामला है?
जवाब: इस आश्रम की शिकायत मिली कि बच्चों से मारपीट के साथ-साथ गलत काम होता है। इस पर एक टीम ने पहुंचकर जांच शुरू की।
सवाल: जांच में क्या सामने आया?
जवाब: इस आश्रम में कुल 17 बच्चे हैं, जिनमें से आठ बच्चों के साथ गलत काम करने की शिकायत की पुष्टि हो गई। इसके बाद इन बच्चों को यहां से अन्य आश्रम में भेज दिया गया।
सवाल: कितने समय से यहां गलत काम हो रहा था?
जवाब: पिछले काफी समय से यहां पर बच्चों के सामने गलत काम होने की बात सामने आई है। कुछ बच्चे जो नाबालिग से बालिग होकर यहां से चले गए हैं, उनमें से भी करीब 3-4 बच्चों से बात की गई तो उन्होंने भी कहा कि आश्रम में सारे गलत काम होते हैं।
सवाल: आश्रम में जांच टीम को क्या अव्यवस्थाएं मिलीं?
जवाब: आश्रम में ना तो गार्ड था और ना ही केयर टेकर मौजूद था। जब हमने बाल गृह के संचालक से बात की तो उसने किसी बाबूलाल नाम के आदमी को इस बाल गृह का इंचार्ज होना बताया। बाबूलाल मौके पर ही मौजूद था। सुबह नौ बजे शिकायत जैसे ही मिली हमने टीम गठित कर जांच कराई।
सवाल: अब आश्रम के खिलाफ आगे क्या कार्रवाई करेंगी?
जवाब: बाल आयोग समिति ने अपनी रिपोर्ट के आधार पर थाने में रिपोर्ट दी है। पुलिस अपना काम करेगी। वहीं इस मामले को लेकर मैं खुद पुलिस कमिश्नर से सख्त से सख्त कार्रवाई को लेकर बात करूंगी। हमारा प्रयास होगा कि इस बाल गृह का रजिस्ट्रेशन रद्द किया जाएगा।
अंकल आते हैं गलत काम करते हैं
बाल कल्याण समिति की टीम ने जब बच्चों से जानकारी ली तो बच्चों ने कहा कि बाहर से अंकल आते हैं और वे गलत काम करते हैं। इसके अलावा एक मंत्री हैं, वह भी आते हैं और गलत काम करते हैं। हमारे साथ में मारपीट करते हैं। एक बच्चे ने कहा कि मेरी गर्दन भी मरोड़ी थी। आपत्ति करने पर डराते धमकाते है और ये सिलसिला लंबे समय से चल रहा है।
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