स्वच्छ पर्यावरण सबके जीवन के लिए आवश्यक, प्रकृति के संग रहकर जीत पाएंगे कोरोना से जंग: गहलोत
दुनियाभर में 5 जून के दिन हर साल विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। आज विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि स्वच्छ पर्यावरण प्रत्येक प्राणी के जीवन के लिए आवश्यक है, जिसका आभास हमें कोरोना महामारी के दौरान हुआ है। कोरोना से जंग हम तभी जीत पाएंगे जब हम स्वच्छ पर्यावरण में प्रकृति के संग रहेंगे।
जयपुर। दुनियाभर में 5 जून के दिन हर साल विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। आज विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि अपने देश को स्वच्छ और हरा रखने के लिए हमारी भागीदारी अति आवश्यक है। विश्व पर्यावरण दिवस पर सरकारी निर्देशों का पालन करते हुए अथवा लॉकडाउन के पश्चात कम से कम एक पेड़ लगाने और उसका पोषण करने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक को ना कहें। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि स्वच्छ पर्यावरण प्रत्येक प्राणी के जीवन के लिए आवश्यक है। यह बात सदियों से हमारे पूर्वज मानते और अपनाते रहे हैं। लेकिन समय के साथ विकास की महत्त्वाकांक्षा में मानव जाति ने पर्यावरण को बहुत हानि पहुंचाई। जिसका आभास हमें कोरोना महामारी के दौरान हुआ है। उन्होंने कहा कि हमें स्वच्छ पर्यावरण को पुन: स्थापित करना होगा। कोरोना से जंग हम तभी जीत पाएंगे जब हम स्वच्छ पर्यावरण में प्रकृति के संग रहेंगे।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस पर हमें प्रकृति के संरक्षण, पोषण एवं पुनरुद्धार के लिए निरंतर कार्य करते हुए प्राकृतिक संसाधनों के अनावश्यक दोहन को रोकने एवं अन्य लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करने का संकल्प लेना चाहिए। पूनिया ने 'सेवा ही संगठन' की उदात्त भावना एवं अग्रवाल समाज की सहभागिता से पौधारोपण किया और कहा कि हम सब मिलकर अपने मानवीय कर्तव्यों के बोध से पौधरोपण कर धरती को हरा-भरा बनाएं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि भारतीय संस्कृति में प्रकृति को देवों की संज्ञा दी गई हैं। अत: हमें पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए एकमत होकर कार्य करना चाहिए। वहीं हमारे जल, जंगल एवं जमीन को प्रदूषण मुक्त बनाने तथा स्वच्छ भारत की कल्पना को साकार करने में अहम भूमिका निभानी चाहिए।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर हम सब मिलकर पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों को अपनाएं, वायु प्रदूषण के बारे में जागरूकता फैलाएं, पेड़-पौधे लगाएं तथा पानी के उपयोग को कम से कम करने का संकल्प लेना चाहिए। डोटासरा ने कहा कि साथ ही हमें डिजिटल मोड को अपनाते हुए कागज रहित होने का संकल्प भी लेना चाहिए। इस अवसर पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (रालोपा) के संयोजक एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी पर्यावरण संरक्षण की बात कही।
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