बजट में हमारे समय की जनहित योजनाओं पर नहीं रखी स्पष्ट राय, लोगों के हित में नहीं आया कोई विजन : जूली
यह बजट निराश करने वाला रहा
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार का आम लोगों के हित मे कोई विजन नजर नहीं आया। किसानों के लिए कोई घोषणा नहीं की। मंहगाई, बेरोजगारी जैसे ज्वलंत मुद्दों पर राहत नजर नहीं आई।
जयपुर। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार का आम लोगों के हित मे कोई विजन नजर नहीं आया। किसानों के लिए कोई घोषणा नहीं की। मंहगाई, बेरोजगारी जैसे ज्वलंत मुद्दों पर राहत नजर नहीं आई। विधानसभा परिसर में मीडिया से बातचीत करते हुए जूली ने कहा कि सरकार का यह बजट निराश करने वाला रहा। हमारे समय की योजनाओं और पैसों को अपना बता रहे हैं। ईआरसीपी पर सरकार लगातार झूठ बोल रही है। एमओयू पर सच छुपा रहे हैं। किसानों और आम आदमी को बिजली नहीं दे पा रहे। 6 महीने पहले जारी बजट का क्या रहा। 4 साल में एक एक लाख भर्ती कैसे करेंगे, ये भी बताएं। हमारे समय मे अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचने के आरोप लगा रहे हैं। हमने कोई नया टेक्स नही लगाया था। भारत सरकार के बजट से पहले ये अपना बजट ले आए। भारत सरकार की योजनाओं का कैसे लाभ ले पाएंगे।
हम पर कर्ज बढ़ने के गलत आरोप लगाते हैं। आंकड़े बताते हुए जूली ने कहा कि हमने लगातार बढ़ोतरी वाले बजट पेश किए। देश मे दूसरे नम्बर की जीडीपी वाला राज्य राजस्थान बना था। हमारी सरकार में गरीबों को लेकर योजनाओं में कोई प्रावधान नहीं किया गया। चिरंजीवी जैसी योजनाओं को बंद कर दिया। आयुष्मान भारत योजना में कुछ चुनिंदा अस्पताल आते हैं। ओपीएस को लेकर इनकी स्पष्ट राय नहीं है। नए बिजली कनेक्शन में छूट को लेकर स्पष्ट नहीं है। गोविन्द देव जी मंदिर के लिए हमने जो फंड जारी किया, उसे इन्होंने रोक दिया। ये लोग किसान की बात नहीं करेंगे। 3 घण्टे के बजट भाषण में किसान के लिए 3 मिनट भी नहीं बोला। ये लोग चुनाव नहीं कराना चाहते हैं। भरतपुर में ये चुनाव नहीं करा रहे। अलवर में कलक्टर को पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव दे रखा है, लेकिन चुनाव नही करा रहे। भादरा में चुनाव अधिकारी सरकार के दबाव में छुट्टी लेकर चला गया।
ये सारी बातें सरकार को संदेह के घेरे में लाती हैं। ये लोग संविधान के साथ खिलवाड़ करते हैं। अलवर में राजस्थान का पहला अग्निवीर शहीद हुआ। हम उसके घर गए, लेकिन भाजपा से वंहा कोई नहीं गया। राहुल गांधी ने संसद में अग्निवीर की आवाज उठाई तो इन्होंने पैसा दिया। चिरंजीवी, सीएम दुर्घटना बीमा योजना सहित कई योजनाएं बंद कर दी। ये सिर्फ दिखावे की राजनीति कर रहे हैं। हमने जो स्कीम घोषित की, उनको लागू करके दिखाया। हमारे सरकार के समय कांग्रेस विधायकों के जारी विकास कार्यो का पैसे इन्होंने रोक दिए। समीक्षा के नाम पर केवल काम में रोड़े अटका रहे हैं। सदन में बजट सत्र के दौरान हंगामे पर कहा कि सत्तापक्ष के लोग हमें उकसा रहे थे। कृषि का जब मामलाआया तो हमने पूछ लिया कि कृषि मंत्री कंहा है। मुख्यमंत्री को इस बारे में हमारे सवालों का जबाव देना चाहिए था।
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