भाजपा अभियान : 46 लाख सदस्य बने, 1.25 करोड़ किया टारगेट
सक्रिय सदस्यता अभियान के साथ जारी रखा जाएगा
अभियान को टारगेट के नजदीक पहुंचने तक चालू रखा जाएगा। राजस्थान में पिछली बार भाजपा ने वर्ष 2014 में सदस्यता अभियान चलाया था, तब अशोक परनामी पार्टी के अध्यक्ष थे।
जयपुर। राजस्थान में भाजपा की सदस्यता अभियान का दूसरा चरण समाप्त होने के बाद प्रदेश में पार्टी की सदस्यता 46 लाख तक पहुंची है। टारगेट पहले 1 करोड़ का बनाया गया था, लेकिन सदस्यता अभियान की शुरूआत के दिन 3 सितम्बर को इस टारगेट को बढ़ाकर 1.25 करोड़ कर दिया गया। पार्टी को उम्मीद थी कि दो चरणों के अभियान में वे इस टारगेट को छू लेगी। लेकिन पार्टी की सदस्यता अभियान की धीमी गति के चलते अभी तक टारगेट के आधे सदस्य भी नहीं बन सके हैं। ऐसे में पार्टी ने अब फैसला किया है कि सामान्य सदस्यता अभियान को सक्रिय सदस्यता अभियान के साथ जारी रखा जाएगा।
अभियान को टारगेट के नजदीक पहुंचने तक चालू रखा जाएगा। राजस्थान में पिछली बार भाजपा ने वर्ष 2014 में सदस्यता अभियान चलाया था, तब अशोक परनामी पार्टी के अध्यक्ष थे। उस दौरान अभियान में प्रदेश में 83 लाख सदस्य बने थे। भाजपा ने जब केवल मिस्ड कॉल के जरिये सदस्य बनाए थे।
धीमी गति पर केन्द्रीय नेतृत्व जता चुका ऐतराज
प्रदेश में भाजपा के धीमी गति से चले सदस्यता अभियान पर ऐजराज जता चुका है। भाजपा के राष्टÑीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष खुद सदस्यता अभियान को लेकर बैठक लेने जयपुर आए थे। उन्होंने कम सदस्यता होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि आम लोगों के पास जाकर कार्यकर्ता खुद सदस्य बनाएं। वे जहां भी हैं, वहां जाएं। लेकिन अभियान की गति बढ़नी चाहिए। इसके बाद वीसी के जरिये भी वरिष्ठ नेताओं, जिलों के जिम्मेदार नेताओं की महामंत्री विनोद तावड़े ने बैठक ली थी। जिसमें सीएम भजनलाल शर्मा भी जुड़े थे।
उपचुनाव के चलते फिलहाल धीमी रफ्तार की आशंका
प्रदेश में सदस्यता अभियान के बीच ही अब सात विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव भी आ गए हैं। पार्टी के बड़े नेता, जिम्मेदार पदाधिकारियों के ऊपर दोहरी जिम्मेदारी होगी। उपचुनाव की जीत भी महत्वपूर्ण है। ऐसे में सदस्यता अभियान की मोनिटरिंग पर असर पड़ेगा, परिणामत: अभियान की रफ्तार फिलहाल तेजी से नहीं बढ़ने की आशंका है।
कम सदस्यता पर पार्टी के तर्क
पिछली बार छह माह 83 लाख सदस्य बनाए गए थे। इस बार अभी तक 43 दिन ही अभियान चला है, जिसमें 43 लाख सदस्य बना दिए गए हैं।
मिस्ड कॉल से सदस्य बनाना आसान होता है। सदस्य को कोई अन्य जानकारी देनी नहीं पड़ती। इस बार टोल फ्री नंबर, वेब पोर्टल से सदस्यता को फोन करने पर ओटीपी आता है। ओटीपी से फ्रॉड होने की शंकाओं के चलते लोग आवेदन की आगे की प्रक्रिया को पूरा नहीं कर रहे हैं।
धीमी रफ्तार और ओटीपी सहित मोबाइल अनफ्रेंडली लोगों के लिए 18 लाख सदस्यता बुकलेट जिलों में भेजी गई है। प्रत्येक बुकलेट में 25 सदस्य पर्चियां है। अब इनके जरिये सदस्यता अभियान की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है।
अ भियान की गति में कोई कमी नहीं है। अभियान के दो ही चरण हुए हैं। इसे जारी रखा जाएगा। कोई समयावधि तय नहीं है। भाजपा तय टारगेट को पूरा कर लेगी।’
- अरूण चतुर्वेदी, प्रदेश संयोजक, सदस्यता अभियान।
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