राजस्थान की औद्योगिक समृद्धि की आधारशिला है ‘राइजिंग राजस्थान’ समिट : भजनलाल शर्मा
मुख्यमंत्री ने सीआईआई की नेशनल काउंसिल को किया संबोधित
उद्योगों को अंतरराष्ट्रीय बाजार मिलेगा, निवेशक बनेंगे प्रगति का हिस्सा
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि राजस्थान की औद्योगिक समृद्धि की आधारशिला है। राजस्थान में मिनरल्स, प्राकृतिक गैस, पर्यटन, शिक्षा, चिकित्सा, ऑटोमोबाइल सहित विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के साथ हमारे विकसित राजस्थान के विजन को साकार करते हुए देश और प्रदेश को आगे बढ़ाना है। सीएम शर्मा ने रविवार को भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की नेशनल काउंसिल के सदस्यों को इंटरेक्शन के दौरान संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राइजिंग राजस्थान समिट के आयोजन में सीआईआई ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही निवेशकों और राज्य सरकार के बीच एक मजबूत सेतु का कार्य किया है। इन्होंने अपने संगठनात्मक कौशल से इस समिट को एक ऐसा प्लेटफार्म बना दिया है, जहां विचारों का आदान-प्रदान, साझेदारी और भविष्य के विकास की एक मजबूत नींव रखी जा रही है।
राजस्थान में निवेश कर प्रगति को बढ़ाएंगे निवेशक
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीआईआई के सहयोग और समर्थन से निवेशकों के लिए एक समृद्ध एवं परिपक्व मंच तैयार हुआ है। राज्य सरकार के कार्यकाल के प्रथम वर्ष में इस समिट का आयोजन इसलिए किया जा रहा है ताकि निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा सकें। इस समिट को राज्य में पहली बार ग्लोबल इन्वेस्टमेंट मीट के रूप में भी आयोजित किया जा रहा है। इससे राजस्थान के उद्योगों को अंतर्राष्ट्रीय बाजार मिलने के साथ ही विभिन्न देशों के निवेशक राजस्थान में निवेश कर प्रगति को और बढ़ा सकेंगे। 30 लाख करोड़ रुपए से अधिक के एमओयू: राइजिंग राजस्थान समिट में अब तक 30 लाख करोड़ रुपए से अधिक राशि के एमओयू किए जा चुके हैं, जो राज्य में निवेशकों के अद्वितीय विश्वास का प्रमाण हैं। राज्य में निवेश आकर्षित करने के लिए पॉलिसी फ्रेमवर्क में महत्वपूर्ण परिवर्तन किए हैं। कुछ समय पहले लांच की गई रिप्स 2024 के बाद नौ और नीतियां 4 दिसम्बर को लांच की हैं। सीएम ने कहा कि राजस्थान की आर्थिक प्रगति के लिए 53 हजार किलोमीटर लंबी सड़कें, 9 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे तथा ऊर्जा के क्षेत्र में 30 गीगावाट से 5 वर्षों में 125 गीगावाट के लक्ष्य को सामने रखकर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
नवीन औद्योगिक क्षेत्रों से उद्योगों को मिल रहा बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पांच नवीन औद्योगिक क्षेत्रों सत्तासर जिला बीकानेर, बलारिया जिला सवाई माधोपुर, जटलाव जिला सवाई माधोपुर, रामसर जिला बाड़मेर एवं राजास जिला नागौर का नामकरण श्रीराम जानकी औद्योगिक क्षेत्र कर इन्हें भूखंड आवंटन के लिए खोल दिया है। साथ ही 8 और औद्योगिक क्षेत्रों बिचुन जयपुर, दुब्बी बिदरखा सवाई माधोपुर, चडुआल आबूरोड, झाक सेकेंड जोधपुर, बबाई झुंझुनूं, गणेश्वर सीकर, पालरा विस्तार अजमेर एवं रामनगर थोब बालोतरा की स्थापना का कार्य भी प्रारंभ कर दिया है। इस अवसर पर मुख्य आर्थिक सलाहकार भारत सरकार वी अनंथा नागेश्वरन, अतिरिक्त मुख्य सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय शिखर अग्रवाल, प्रमुख शासन सचिव उद्योग अजिताभ शर्मा, संयुक्तसचिव मुख्यमंत्री कार्यालय सिद्धार्थ सिहाग, सीआईआई अध्यक्ष संजीव पुरी, उद्योगपति अनिल अग्रवाल, आर मुकूंदन, राजीव मेमनी, दीपक शेट्ठी, माधव सिंघानिया सहित अन्य उद्योगपति एवं सीआईआई के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे।
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