वैश्विक स्तर के मिश्रित संकेतों के साथ ही घरेलू स्तर पर बैंकिंग, वित्त, आईटी और टेक समूह की कंपनियों में हुई लिवाली के बल पर शेयर बाजार में तेजी रही। सेंसेक्स में डेढ़ फीसदी और निफ्टी में एक फीसदी से अधिक की बढोतरी दर्ज की गयी।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम और कच्चे तेल की कीमत में आई गिरवाट से उत्साहित निवेशकों को लिवाली के बल पर दो प्रतिशत से अधिक बढ़कर गिरावट से उबरे शेयर बाजार पर रूस-यूक्रेन संकट, महंगाई और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़ों का असर रहेगा।
वैश्विक स्तर के संकेतों के बीच घरेलू स्तर पर हेल्थकेयर समूहों में हुयी लिवाली के बल पर शेयर बाजार बढ़त बनाने में सफल रहा। सेंसेक्स 85.91 अंकों की बढ़त के साथ 55550.30 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 35.55 अंक बढ़कर 16630.45 अंक पर रहा।
विधानसभा चुनावों के शुरुआती रुझानों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बेहतर प्रदर्शन और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बीच स्थानीय शेयर बाजार में तेजड़िया गतिविधियों के बल से बीएसई सेंसेक्स 1303.94 (2.39 प्रतिशत) बढ़कर 55951.82 पर चल रहा था।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध से घरेलू बाजार में बिकवाली से शेयर बाजार गिरावट लेकर बंद हुआ। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 768.87 अंक गिरकर 54333.81 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 252.70 अंक गिरकर 16245.35 अंक पर रहा।
वैश्विक बाजार में तेजी के बावजूद स्थानीय स्तर पर बिकवाली होने से शेयर बाजार गिरकर बंद हुआ। बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 68.62 अंक गिरकर 57232.06 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 28.95 अंक की गिरावट लेकर 17063.25 अंक पर रहा।
रूस-यूक्रेन संकट से यूरोपीय बाजार में गिरावट से निवेशकों की स्थानीय स्तर पर एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, एनटीपीसी, मारुति और टाटा स्टील समेत 19 कंपनियों में बिकवाली से शेयर बाजार गिरकर बंद हुआ।
रूस के विदेशी मंत्री के यूक्रेन से तनाव कम करने के लिए राजनयिक प्रयास जारी रखने के सुझाव से वैश्विक बाजार में लौटी तेजी से उत्साहित निवेशकों स्थानीय स्तर पर की गई लिवाली के बल पर शेयर बाजार में बढ़त रही।