शिक्षण को प्रभावी किए जाने में फैकल्टी डवलपमेंट कार्यक्रम महत्वपूर्ण : राज्यपाल
नई दिशाएं प्रदान कर सकता है
मिश्र ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य तकनीक का समावेश करते हुए चिकित्सा प्रशासन, शोधकर्ता की भूमिका आदि से जुड़े कौशल विकसित करने की ओर भी ध्यान दिया जाए।
जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि फैकल्टी डवलपमेंट के अंतर्गत शिक्षण की बोझिलता को दूर करने के लिए कार्य किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा में जो नवीनतम परिवर्तन हो रहे हैं उनको सम्मिलित करते हुए नई शिक्षा नीति के आलोक में शिक्षण को प्रभावी किया जाए। मिश्र शनिवार को महात्मा गांधी चिकित्सा विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय में नेशनल बोर्ड आॅफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंस द्वारा फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सक्षम और प्रभावी शिक्षक ही विद्यार्थियों को भविष्य की नई दिशाएं प्रदान कर सकता है।
मिश्र ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य तकनीक का समावेश करते हुए चिकित्सा प्रशासन, शोधकर्ता की भूमिका आदि से जुड़े कौशल विकसित करने की ओर भी ध्यान दिया जाए। नेशनल बोर्ड आॅफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंस के अध्यक्ष डॉ. अभिजीत सेठ ने बताया कि अच्छे चिकित्सकों को अच्छे शिक्षक बनाकर डॉक्टर्स की नई पीढ़ी तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है। हर साल ऐसे दो लाख डॉक्टर्स उपलब्ध कराए जाने की योजना है। इस अवसर पर महात्मा गांधी मेडिकल यूनिवर्सिटी के डॉ. एम एल स्वर्णकार, यूनिवर्सिटी चेयरमैन डॉ. विकास चंद्र स्वर्णकार सहित कई लोग उपस्थित रहे।
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