संक्रमण की आशंका कम, 90 फीसदी आबादी को लगा टीका

चीन में कहर बरपा रहा ओमिक्रॉन का बीए-2 वेरिएंट, यहां भी बढ़ी चिंता, देश में अधिकांश आबादी में इम्युनिटी आ जाने से नहीं होगी दिक्कत

संक्रमण की आशंका कम, 90 फीसदी आबादी को लगा टीका

चीन में कोविड ने एक बार फिर से दस्तक दी है। जिसके चलते एक बार फिर से लोगों की चिंता बढ़ गई। हालांकि, यहां चीन की तरह हालात खराब नहीं होंगे। ऐसी संभावना कोटा के एक्सपर्ट ने जताई है। फिर भी सावधानी बरतने की जरुरत है। कोविड प्रोटॉकाल की पालना भी पूर्व की भांति करना चाहिए।

कोटा। कोटा समेत देश भर में कोविड संक्रमण थम गया है। स्थिति यह है कि यहां पिछले एक माह से नए मरीज दो डिजिट में आ चुके है, लेकिन पड़ोसी देश में कोविड के नए मामले आना शुरू हो गए है। जिसके चलते  एक बार फिर से लोगों की चिंता बढ़ गई। हालांकि, यहां चीन की तरह हालात खराब नहीं होंगे। ऐसी संभावना कोटा के एक्सपर्ट ने जताई है। एक्सपर्ट का कहना है कि ये बात सही कि चीन में कोविड ने एक बार फिर से दस्तक दी है। वहां लॉकडाउन की नौबत आ गई है, लेकिन कोटा में ऐसी स्थिति सामने नहीं आएगी। क्योंकि, 90 फीसदी लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। वैक्सीन से इन लोगों में इम्युनिटी डवलप हो गई है। साथ ही अधिकांश लोग पॉजीटिव हो चुके है। यहां पर प्रथम, द्वितीय और तीसरी लहर गुजर गई है। कोविड संक्रमण की भी लोगों में एंटीबॉडी है।  ऐसे में यहां अधिक संक्रमण नहीं होगा। ऐसे में अधिक चिंता की बात नहीं है। फिर भी सावधानी बरतने की जरुरत है। कोविड प्रोटॉकाल की पालना भी पूर्व की भांति करना चाहिए।

बीए-2 वेरिएंट की आशंका
एक्सपर्ट का कहना है कि अभी तक चीन में मिलने वाले कोविड वेरिएंट की अधिकृत पुष्टि नहीं हुई है। हालांकि, प्रारंभिक जानकारी में इसको बीए.2 वेरिएंट बता रहे है। उनका कहना है कि ये स्टेल्थ वेरिएंट है। यानिकि छुपा वेरिएंट है। इसके लक्षणों से बीए.2 वेरिएंट की तरह माना जा रहा है। यही कारण है कि वहां पर इसका संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। अच्छी बात यह है कि डब्लूएचओ ने भी इसको वेरिएंट आॅफ कर्सन नहीं माना है। क्योंकि, मरीज जरूर अधिक आ रहे है। लेकिन, मौतें अधिक नहीं है। एक्सपर्ट का कहना है कि अगले दो चार दिन में स्थिति साफ हो जाएगी।

कोटा में आ चुका ये वेरिएंट
एक्सपर्ट का कहना है कि बीए.2 वेरिएंट कोटा में पहले भी आ चुका है। हालांकि, ये ओमिक्रोन के बीए.1 वेरिएंट से अधिक घातक था। इस वेरिएंट से मरीज अधिक आए थे। उनको दिक्कत भी हुई थी। अधिकांश मरीजों में लक्षण होने के बावजूद रिपोर्ट नेगेटिव थी। क्योंकि, आरटीपीसीआर इसको डिटेक्ट नहीं कर सकी थी। ऐसे में स्टेल्थ ओमिक्रॉन के अलावा जिस एक और वैरिएंट से चीन में संक्रमितों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, वे दोनों ही स्वरूप भारत को प्रभावित कर चुके हैं।  चीन का संक्रमण से भारत के प्रभावित होने की संभावनाएं काफी कम हैं।

इनका कहना है
यहां की अधिकांश आबादी वैक्सीनेट हो चुकी है। साथ में पॉजीटिव होने से एंटीबॉडी भी बन गई थी। ऐसे में लगता नहीं कि नया संक्रमण से असर होगा।
- डॉ केके डंग, अस्थमा और स्वांस रोग विशेषज्ञ

अब कोई सा भी वेरिएंट आ जाए किसी को अधिक असर नहीं होगा। ये जरूर है कि पॉजीटिव हो सकते है। ओमिक्रोन से अधिकांश लोग संक्रमित हो चुके है।
- डॉ सुधीर उपाध्याय, वरिष्ठ चिकित्सक, कोटा

चीन में मामले तेजी से बढ़े है। प्रारंभिक जानकारी में बीए.2 वेरिएंट की पुष्टि हो रही है। हालांकि, अधिकृत जानकारी नहीं है। ये वेरिएंट कोटा में आ चुका है।
- डॉ नवीन सक्सेना, अधीक्षक, एमबीएस

चीन में मौजूदा वेरिएंट इंडिया में पहले आ चुका है। ऐसे में लगता नहीं कि यहां अधिक असर होगा। संक्रमण आता भी तो लोगों को दिक्कत नहीं होगी। ऐसा मेरा मानना है।
- डॉ विजय सरदाना, प्राचार्य, न्यू मेडिकल कॉलेज, कोटा

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