2016 में रेस्क्यू कर लाई गई राधा हुई 8 साल की
बच्चों की संख्या दो से अधिक भी हो सकती है
इस बार भी इसके दो बच्चे मांद से बाहर दिखाई दिए हैं। वहीं अंदाजा लगाया जा रहा है कि बच्चों की संख्या दो से अधिक भी हो सकती है।
जयपुर। नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में वुल्फ के बाद अब जरख (हाईना) में भी सफल प्रजनन हो रहा है। इस बार भी मादा जरख ने दो से अधिक बच्चों को जन्म दिया है। बायोलॉजिकल पार्क के वरिष्ठ वन्यजीव चिकित्सक डॉ. अरविंद माथुर ने बताया कि साल 2016 में सरिस्का वन क्षेत्र में मां से बिछड़ी करीब 8 से 10 दिन की मादा जरख (बच्चे) को रेस्क्यू कर जयपुर लाया गया था। इसे यहां राधा नाम दिया था। अब वह 8 साल की हो गई है और करीब चार साल से इसका लगातार सफल प्रजनन भी हो रहा है। डॉ.माथुर ने बताया कि राधा ने साल 2020 में एक, साल 2021 में 2, साल 2022 में 3 और साल 2023 में 4 बच्चों को जन्म दिया है। वहीं इस साल भी इसका सफल प्रजनन हुआ है। जानकारी के अनुसार इस बार भी इसके दो बच्चे मांद से बाहर दिखाई दिए हैं। वहीं अंदाजा लगाया जा रहा है कि बच्चों की संख्या दो से अधिक भी हो सकती है।
अब जरख भी बना विकल्प
वन्यजीव एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत देश के दूसरे राज्यों के चिड़ियाघर और बायोलॉजिकल पार्कों से लाए जाने वाले वन्यजीवों के बदले अब नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क से जरख देकर भी अच्छे वन्यजीव यहां लाए जा रहे हैं। ऐसे में अब भेड़िए के साथ ही एक्सचेंज कार्यक्रम के लिए जरख भी अच्छा विकल्प बन गए हैं। अभी कुछ समय पहले एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत पुणे से बाघिन लाई गई थी। इसके एक्सचेंज के बदले बायोलॉजिकल पार्क से अन्य वन्यजीवों के साथ ही पुणे जूलोजिकल पार्क को जरख भी दिए गए थे।
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