लंदन में कोर्ट ने माना कोविशील्ड वैक्सीन से हो सकता है स्ट्रोक और हार्ट अटैक
भारत और राजस्थान में भी करोड़ों लोगों को लगी
भारत में केंद्र सरकार या कंपनी का अभी तक कोई बयान नहीं
जयपुर। लंदन में कोविशील्ड वैक्सीन बनाने वाली एस्ट्रोलॉजी का वैक्सीन निर्माता कंपनी ने कोर्ट में माना है कि कुछ दुर्लभ मामलों में कोविशील्ड वैक्सीन से कोरोना का टीकाकरण करने वाले लोगों में थोमब्रोसाइटोपेनिया सिंड्रोम के साथ थ्रोंबोसिस का कारण हो सकता है जिसकी वजह से खून के थक्के बनने के कारण यह स्ट्रोक और हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। यह वैक्सीन लंदन की कंपनी एस्ट्रोजेनिका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने मिलकर तैयार की थी जिसका उत्पादन भारत की पुणे में स्थित सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी सिरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया ने किया था। भारत में करोड़ों लोगों को यह वैक्सीन लगी थी वहीं राजस्थान में भी यह वैक्सीन करोड़ों लोगों को लगाई गई थी। वैक्सीन से टीकाकरण करने पर दुर्लभ मामलों में स्ट्रोक और हार्ट अटैक होने के कंपनी के द्वारा कोर्ट में अपनी पुष्टि करने के बाद भारत में भी इस वैक्सीन को लेकर हड़कंप मचा है। हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय या फिर केंद्र सरकार के किसी बड़े अधिकारी का इसे लेकर अभी कोई बयान नहीं आया है। यह वैक्सीन चिंपांजी बंदर के शरीर से एडिनोवायरस का एमआरएनए लेकर बनाई गई थी।
जयपुर के प्रसिद्ध मेडिकल एक्सपर्ट का यह है कहना
जयपुर के प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर जीएल शर्मा का कहना है कि कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर को पहले से इसकी शंकाएं थीं लेकिन अब लंदन के हाईकोर्ट में कंपनी के द्वारा इसकी पुष्टि किए जाने के बाद उन्होंने कहा है कि भारत में युवाओं को भी यह वैक्सीन बड़ी तादाद में लगी थी। युवाओं में अचानक हार्ट अटैक के मामले बढ़े भी है ऐसे में उन्हें खासकर सावधान रहने की जरूरत है।
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