मनोज सिन्हा ने निर्वाचित प्रतिनिधियों के दोहरेपन पर उठाए सवाल
केन्द्र शासित प्रदेश स्थापना दिवस समारोह में यह बोल रहे थे
उपराज्यपाल ने कहा कि जिन लोगों ने हाल ही में भारतीय संविधान पर विधायक के रूप में शपथ ली, उन्होंने समारोह में शामिल न होकर दोहरापन दिखाया।
जम्मू। कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने निर्वाचित प्रतिनिधियों के दोहरेपन पर सवाल उठाते हुए कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों ने भारतीय संविधान के तहत शपथ लेने के बावजूद केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) स्थापना दिवस समारोह में भाग लेने से दूरी बनाए रखी। उपराज्यपाल ने कहा कि वास्तविकता यह है कि जम्मू-कश्मीर अभी केंद्र शासित प्रदेश है और जब राज्य का दर्जा बहाल होगा, तो वे इसका जश्न भी मनाएंगे। सिन्हा श्रीनगर में डल झील के किनारे शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में आयोजित केन्द्र शासित प्रदेश स्थापना दिवस समारोह में यह बोल रहे थे।
उपराज्यपाल ने कहा कि जिन लोगों ने हाल ही में भारतीय संविधान पर विधायक के रूप में शपथ ली, उन्होंने समारोह में शामिल न होकर दोहरापन दिखाया। वास्तविकता यह है कि जम्मू-कश्मीर अभी केंद्र शासित प्रदेश है। एक बार राज्य का दर्जा बहाल हो जाने पर हम उसका भी जश्न मनाएंगे। इस कार्यक्रम में सत्तारूढ़ पार्टी के कोई भी राजनेता या उनके सहयोगी मौजूद नहीं थे।
सिन्हा ने केन्द्र शासित प्रदेश में शांति बनाए रखने और आतंकवाद का मुकाबला करने में पुलिस, सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा कि पुलिस, सेना और सीएपीएफ ने अटूट समर्पण दिखाया है और मुझे विश्वास है कि आने वाले महीनों में हम आतंकवाद को पूरी तरह से खत्म करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाएंगे। वह दिन दूर नहीं जब जम्मू-कश्मीर पूरी तरह से आतंक से मुक्त हो जाएगा।” उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि विकास के लिए शांति एक बुनियादी आधार है।
Comment List