झोलाछाप डॉक्टर कर रहे गंभीर रोगों का इलाज
मंडोला गांव का है मामला : सीएमएचओ सहित ड्रग इंस्पेक्टर व कई कर्मचारियों पर सालाना पैसे वसूलने का लगाया आरोप
बारां तहसील क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टर गंभीर रोग का इलाज कर मरीजों की जिंदगी से खेल रहे हैं। जहां लोगों के पैसे की बर्बादी हो रही है। वहीं लोगों की जान भी जोखिम में पड़ रही है।
बारां। बारां तहसील क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टर गंभीर रोग का इलाज कर मरीजों की जिंदगी से खेल रहे हैं। जहां लोगों के पैसे की बर्बादी हो रही है। वहीं लोगों की जान भी जोखिम में पड़ रही है। इसके लिए जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।बारां तहसील क्षेत्र के मंडोला गांव में अप्रशिक्षित झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है। जिनके द्वारा सर्दी-जुकाम से लेकर गंभीर बीमारियों का न सिर्फ सस्ते में इलाज का दावा किया जा रहा है। बल्कि फोड़ा-फुंसी सहित बड़े आॅपेशन भी किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं यह झोला छाप डॉक्टर खुलेआम मरीजों को सड़क किनारे लिटाकर उन्हें ड्रिप भी चढ़ा रहे हैं। इसके लिए जिम्मेदार स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से मौन है। ऐसा ही कुछ मंडोला गांव में देखने को मिला। जहां झोलाछाप डॉक्टर द्वारा मरीज को ड्रिप लगाकर इलाज किया जा रहा था।
क्षेत्र में बिना पंजीकरण के नर्सिंग होम भी चल रहे हैं। इसके बावजूद झोलाछाप डॉक्टरों व फर्जी नर्सिंग होम संचालकों पर कार्रवाई नहीं हो रही है। वही जब मंडोला गांव के एक झोलाछाप डॉक्टर का 12 वर्षीय लड़का क्लीनिक पर इलाज करते हुए नजर आया तो वह अपनी दुकान का शटर बंद करके रवाना हो गया। वही दूसरे झोलाछाप डॉक्टर ने चिकित्सा विभाग के सीएमएचओ व ड्रग इंस्पेक्टर से लेकर कई कर्मचारियों पर सालाना पैसे वसूलने का आरोप लगाया है। झोलाछाप डॉक्टर ने कहा कि सीएमएचओ द्वारा परमिशन के हमारा क्लीनक चल रहा है तो वही सीएमएचओ कार्यालय के कई कर्मचारी पैसे लेकर जाते हैं। ड्रग इंस्पेक्टर भी सालाना 10000 लेता है।
जो आरोप लगाए गए हैं। वह निराधार है। इस प्रकार का कोई मामला नहीं है, अगर इस प्रकार से झोलाछाप क्लीनिक चला रहे हैं तो उन पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।
-डॉ. संपतराज नागर, सीएमएचओ।
मेरा काम मेडिकलों का है। जो आरोप मेरे ऊपर लगाए गए हैं। वह निराधार है। -सुरेंद्र पारेता, ड्रग इंस्पेक्टर
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