माथनिया स्वास्थ्य केंद्र भगवान भरोसे
चिकित्सकों के अभाव में नहीं मिल रहा ग्रामीणों को इलाज
अस्पताल में डॉक्टर नहीं मिलने से ग्रामीण निजी अस्पतालों में इलाज करवाने को मजबूर है।
उन्हैल। छोटी सुनेल क्षेत्र की पीएचसी माथनिया में ग्रामीण मरीज इलाज के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हो रहे है। इलाज कराने के लिए सुबह मरीज अस्पताल जाते है तो अस्पताल नहीं खुलता। अस्पताल खुल भी जाए तो डॉक्टर नहीं रहते हैं। जिससे मरीजों को प्राइवेट क्लिनिकों पर अपना इलाज पैसा देकर करवाना पड़ता है। यहां रोजाना की ओपीडी लगभग 70-100 रहती है जिन्हें जरूरत के मुताबिक डॉक्टर नहीं होने से इलाज नहीं मिल पाता है जो कि मरीजों के साथ खिलवाड़ है। गांव के ही सरपंच प्रतिनिधि गोविंद सिंह ने क हा कि इसकी शिकायत आला अधिकारियों को कर रखी है फिर भी किसी का कोई ध्यान नही है। माथनिया के ग्रामीणों का दुर्भाग्य रहा है कि पीएचसी तो सर्व सुविधा युक्त अच्छी बन गई लेकिन यहां मरीजों को देखने के लिए डॉक्टर की कमी हमेशा से बनी हुई हैं। अस्पताल में डॉक्टर नहीं मिलने से ग्रामीण निजी अस्पतालों में इलाज करवाने को मजबूर है।
डॉक्टर लगाने की शिकायत आला अधिकारियों को कर रखी है फिर भी अभी तक कोई डॉक्टर को स्थायी नहीं लगाया है इससे मरीजों को बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा है।
- गोविन्द सिंह, सरपंच प्रतिनिधि
हफ्ते में 4 दिन के लिए स्वास्थ्य केन्द्र में डॉक्टर लगा रखा है, जो मरीजों को देखता है। ग्रामीणों को इसकी जानकारी नहीं है।
- डॉक्टर साजिद खान, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
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