गांवों का सर्वांगीण विकास हमारी सरकार का ध्येय : भजनलाल
सरपंच राज्य स्तरीय सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे
राज्य में 11 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के विकास को गति दी जा रही है। हमारी सरकार पंचायतीराज व्यवस्था को मजबूत करने तथा गांवों के सर्वांगीण विकास पर पूरा जोर दे रही है।
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सरपंच शासन की सबसे छोटी लेकिन सबसे महत्वपूर्ण इकाई होता है। केन्द्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को सरपंच ही धरातल पर उतारता हैं। सरपंच पूरे गांव का प्रतिनिधि होता है इसलिए उसे भेदभाव किए बिना दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ गांव के विकास के लिए कार्य कराने चाहिए। सीएम राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (आरआईसी) में यशस्वी सरपंच राज्य स्तरीय सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने गांवों के विकास के लिए उल्लेखनीय कार्य करने वाले 20 सरपंचों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि सरपंचों को अपनी ग्राम पंचायतों के आय के स्रोत बढ़ाने के प्रयास करने चाहिए, जिससे वे केन्द्र और राज्य सरकार से मिलने वाली निधि के अलावा अपने स्तर पर भी विकास कार्य करवा सकें। गांवों में पानी, सड़क, बिजली, चिकित्सा, शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होंगी तो गांवों से पलायन को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में पंचायतीराज का ढांचा बहुत विस्तृत और सुदृढ़ है। राज्य में 11 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के विकास को गति दी जा रही है। हमारी सरकार पंचायतीराज व्यवस्था को मजबूत करने तथा गांवों के सर्वांगीण विकास पर पूरा जोर दे रही है।
सरपंच के रूप में मैंने भी देखा विकास का सपना
शर्मा ने कहा कि एक सरपंच के रूप में मैनें भी गांव के विकास का सपना देखा है और गांव से मेरा जुड़ाव आज भी कम नहीं हुआ है। लोगों की आशाओं को पूरा करने और सकारात्मक बदलाव की हिम्मत जुटाने की चुनौतियों को मैंने करीब से देखा है। उन्होंने सरपंचों से आह्वान किया कि बिना किसी दबाव में आए पूर्ण निष्ठा से अपनी ग्राम पंचायत के विकास के लिए जुटे रहें।
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