सोनिया गांधी की कांग्रेस नेताओं को ताकीद.. पार्टी ने बहुत कुछ दिया, अब देने का समय
मुख्यमंत्री गहलोत ने दिखाए तीखे और आक्रामक तेवर
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं में आत्मविश्वास भरने एवं उनमें उत्साह का संचार करने के लिए भाजपा एवं आरएसएस पर हमलावर रुख अख्तियार करना शुरु कर दिया है।
उदयपुर। साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में केन्द्र की सत्ता में फिर से वापसी के लिए कांग्रेस ने अभी से ही मेहनत करना शुरु कर दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं में आत्मविश्वास भरने एवं उनमें उत्साह का संचार करने के लिए भाजपा एवं आरएसएस पर हमलावर रुख अख्तियार करना शुरु कर दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बार फिर से दोहराया है कि पार्टी ने अपने नेताओं को उनके राजनीतिक जीवन में बहुत कुछ दिया है। अब जब पार्टी को लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है। तो देने का समय है। उदयपुर में शुक्रवार से आरंभ हुए तीन दिवसीय ‘नव संकल्प चिंतन शिविर’ के शुरुआत में सोनिया गांधी ने कहा कि आज पार्टी के समक्ष असाधरण चुनौतियां हैं। ऐसे में उनका मुकाबला भी असाधारण तरीके से ही करना होगा। कांग्रेस अध्यक्ष ने केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा एवं उसके मातृ संगठन आरएसएस पर हमलावर होते हुए आरोप लगाया कि केन्द्रीय एजेसिंयों का राजनीतिक विरोधियों को दबाने के लिए धड़ल्ले से दुरुपयोग हो रहा है। संवैधानिक मूल्यों पर चोट की जा रही है। संस्थाओं को एक-एक करके कमजोर किया जा रहा है। ऐसे में कांग्रेस को फिर से उसी भूमिका में आना होगा। जिसमें अब तक वह रही है। इसमं पार्टी नेताओं को भी अपनी महती भूमिका निभानी होगी। क्योंकि पार्टी के मूल सिद्धांतों जैसे सामाजिक न्याय, समानता एवं सेकुलेरिज्म पर लगातार चोट की जा रही है। इससे समाज के कमजोर वर्ग और कमजोर हो रहे हैं। लेकिन इन हालात को बदलना होगा। सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि संप्रग सरकार ने अपने शासनकाल में जनहित में जो फैसले लिए थे। उन्हें भी कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है और उन कार्यक्रमों को लागू करने में वर्तमान सरकार द्वारा ढिलाई बरती जा रही है। बात चाहे मनरेगा लागू करना हो। या फिर आरटीआई कानून या आरटीई कानून की। खाद्य सुरक्षा कानून को भी ठीक से लागू नहीं किया जा रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि एनडीए सरकार खुद अपने ही संकल्प, ‘अधिकतम प्रशासन, न्यूनतम सरकार’ को भी कमजोर किया है।
मुख्यमंत्री गहलोत ने दिखाए तीखे और आक्रामक तेवर
कांग्रेस द्वारा झीलों की नगरी उदयपुर में आयोजित हो रहे ‘नव संकल्प चिंतन शिविर’ में अगुवा की भूमिका में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज केन्द्र में सत्ताधारी भाजपा के खिलाफ तीखे एवं आक्रामक तेवर दिखाए। उन्होंने हुंकार भरी कि भाजपा का ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ का सपना कभी पूरा नहीं होगा। हम इस देश में ऐसा कभी नहीं होने देंगे। सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस हमेशा अपने शासन में आम जनता का लिहाज करती है। लेकिन भाजपा ने सारी हदें पार कर दी हैं। इनको किसी की परवाह नहीं है। भाजपा के लिए लोकतंत्र के कोई मायने नहीं है। सीएम गहलोत ने दावा किया कि कांगे्रस ने हमेशा समाज के निचले तबके को आगे लाने का काम किया है। लेकिन दुर्भाग्य से कांग्रेस को मार्केटिंग करना नहीं आता है। जबकि भाजपा इसमें माहिर है। चाहे काम हो या न हो। लेकिन प्रचार पूरा करती है। सीएम गहलोत ने आरोप लगाया कि बीते कुछ सालों में भाजपा एवं आरएसएस ने लोकतंत्र का बहुत नुकसान किया है। जिसकी भरपाई में समय लगेगा। असल में, सीएम गहलोत अपने संबोधन में भाजपा को उसकी नीतियों के खिलाफ खुली चुनौती देते हुए नजर आए। चिंतन शिविर के शुभारंभ के अवसर पर सीएम गहलोत के बोलने का अंदाज काफी आक्रामक दिखा।
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