अपहरण कर की युवक की हत्या, गोली मारी और फिर रॉड से किए वार
पुलिस ने जांच शुरू कर दी है
करधनी थाना इलाके में बोयथावाला क्षेत्र में सौ फीट रोड पर एक खाली प्लॉट में सुबह करीब सात बजे एक युवक का लहुलुहान शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच की, तो मृतक की पहचान सन्नी निवासी झोटवाड़ा के रूप में हुई है।
जयपुर। करधनी थाना इलाके में बोयथावाला क्षेत्र में सौ फीट रोड पर एक खाली प्लॉट में सुबह करीब सात बजे एक युवक का लहुलुहान शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच की, तो मृतक की पहचान सन्नी निवासी झोटवाड़ा के रूप में हुई है। मृतक के परिजनों द्वारा दर्ज रिपोर्ट के आधार पर झोटवाड़ा और करधनी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। थानाप्रभारी बीएल मीना ने बताया कि सूचना मिली कि बोयथावाला क्षेत्र में एक खाली प्लॉट में युवक का शव पड़ा है। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने जांच की तो पता चला कि मृतक झोटवाड़ा में निवारू रोड स्थित 21 साउथ कॉलोनी निवासी सन्नी उर्फ चोटा (21) है। सन्नी का सोमवार रात को झोटवाड़ा में दादी का फाटक के पास से कुछ बदमाश अपहरण कर ले गए थे। उसके बाद हत्या कर शव को पांच किलोमीटर दूर खेत में फेंक दिया। सन्नी के सिर व सीने में तीन गोलियां लगी हैं। सन्नी मूल रूप से खतेड़ी झुंझुनूं का रहने वाला था। उसका बड़ा भाई विजय सोनी बीएसएफ में नौकरी करता है। पिता राजेश सोनी की कुछ समय पहले मौत हो गई थी। वह मां के साथ यहां रहता था और 12वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहा था। इसके खिलाफ झोटवाड़ा व करधनी में आर्म्स एक्ट, चोरी, मारपीट और नकबजनी के आठ प्रकरण दर्ज हैं, जिनमें वह कई बार गिरफ्तार हो चुका।
यातनाओं के बाद की हत्या
पुलिस का मानना है कि अपहरण करने वाले बदमाशों ने सन्नी को पहले जमकर यातनाएं दीं। उसके हाथ-पैर तोड़ दिए। कपड़ों से उसके पैर बंधे मिले हैं। शरीर पर कई घाव के निशान हैं। रॉड से वार किया गया है। गोली मारी गई हैं।
दो गैंग से चल रही थी रंजिश
पुलिस ने बताया कि सन्नी के खिलाफ वर्ष 2015 में नकबजनी का पहला मुकदमा दर्ज हुआ था। उसकी करधनी की अशोक नरुका और नेमी चौधरी गैंग से रंजिश चल रही थी। परिजनों ने भी उन्हीं पर शक जताया है। पुलिस अशोक नरुका व नेमी चौधरी गैंग के बदमाशों के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है, लेकिन अभी तक कोई पकड़ में नहीं आया है।
ऐसे हुआ था अपहरण
पुलिस ने बताया कि सन्नी का दोस्त शहबाज रात को उसके साथ दादी का फाटक के पास बैठा था। इस दौरान तेज बारिश होने लगी। सनी के पास मिक्की नाम के दोस्त का फोन आया तो सनी ने उसे जगह बता दी। कुछ देर बाद ही करीब 10-12 बदमाशों से भरी दो गाड़ियां आर्इं और सन्नी को उठाकर ले गए। इसके बाद उसने सन्नी के जीजा हरीश को फोन किया।
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