लंपी स्किन डिजीज, दूध पर मंडरा रहा संकट

दूध की भारी किल्लत होने की आशंका है

लंपी स्किन डिजीज, दूध पर मंडरा रहा संकट

रक्षाबंधन पर दूध की भारी किल्लत होने की आशंका है। आरसीडीएफ की 22 इकाइयों में अभी 27 लाख लीटर दूध आता है। जयपुर डेयरी में अभी करीब दस लाख लीटर दूध आ रहा है।

जयपुर। प्रदेश के 17 से अधिक जिलों में फैल चुकी लंपी स्किन डिजीज से दूध पर संकट मंडरा रहा है। रक्षाबंधन पर दूध की भारी किल्लत होने की आशंका है। आरसीडीएफ की 22 इकाइयों में अभी 27 लाख लीटर दूध आता है। जयपुर डेयरी में अभी करीब 10 लाख लीटर दूध आ रहा है। प्रदेश पशुगणना वर्ष 2020 के अनुसार राज्य में कुल दूध उत्पादन में जर्सी गाय (हाई ब्रिड) का योगदान 15.43 प्रतिशत और देशी गाय का 12.91 प्रतिशत है। पशुपालन विभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ. राजेश वर्मा ने कहा है कि लंपी स्किन बीमारी पर रोक के तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। बीमारी से पशुओं की मौत का प्रतिशत कम है। आरसीडीएफ प्रवक्ता विनोद गेरा के अनुसार सभी इकाइयों में दूध की कमी नहीं है।

1,39,37,630 गाय में से 1.20 लाख से अधिक बीमार
प्रदेश में पशुगणना के अनुसार 1,39,37,630 कुल गोवंश हैं, जिसमें पिछले दो सालों में गाय में काफी वृद्धि हुई है। पशुपालन विभाग के अनुसार 1,20,782 पशु बीमार हैं।

भैंस के दूध में गाय का दूध मिलाकर बेचा जाता है। गाय का दूध पतला होता है। इस कारण उसे भैंस के दूध में मिला देते हैं। अभी दूध की कोई परेशानी नहीं हैं, लेकिन आने वाले दिनों में परेशानी हो सकती है।
- कैलाश चंद शर्मा, दूध विक्रेता, बस्सी

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