देश की सेवा कर मानव सेवा कर गया सीकर का देवदूत, जाते-जाते भी दे गया चार लोगों को जीवन

यह प्रदेश का 48वां अंगदान है

देश की सेवा कर मानव सेवा कर गया सीकर का देवदूत, जाते-जाते भी दे गया चार लोगों को जीवन

भर्ती होने के बाद से ही रिछपाल की हालत गंभीर बनी हुई थी। इस पर 30 अगस्त को चिकित्सकों की टीम ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया।

जयपुर। 57 वर्षीय रिछपाल सिंह जाखर निवासी सीकर 29 अगस्त को मार्केट से घर का सामान लेकर बाईक से लौट रहे थे,  जहां सामने से आ रही कार ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर में रिछपाल गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें सीकर स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने के कारण उन्हें जयपुर स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया। रिछपाल ने 17 सालों तक 24 राजपूत रेजीमेंट से नायक के पद पर अपनी सेवा प्रदान की थी।

भर्ती होने के बाद से ही रिछपाल की हालत गंभीर बनी हुई थी। इस पर 30 अगस्त को चिकित्सकों की टीम ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। मनिपाल अस्पताल के ट्रांसप्लांट कोर्डिनेटर और चिकित्सकों की समझाईश के बाद रिछपाल के पुत्र कुलदीप सिंह और अन्य परिजनों ने अंगदान करने की सहमति प्रदान की।

सवाई मानसिंह चिकित्सा महाविद्यालय में स्थापित स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाईजेशन (सोटो). राजस्थान द्वारा एक किडनी मणिपाल अस्पताल, दूसरी किडनी सवाई मानसिंह अस्पताल, लिवर महात्मा गांधी अस्पताल, जयपुर और हार्ट को ईटरनल हार्ट केयर सेन्टर, जयपुर को आवंटित किया गया। रिछपाल के अंगदान से 4 लोगों का जीवन बचाया जाना संभव हो पाएगा। यह प्रदेश का 48वां अंगदान है।

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