एसआई भर्ती परीक्षा-2021: 11 ट्रेनी एसआई पूर्व में दी छह प्रतियोगी परीक्षाओं में हुए थे फेल
पेपर लीक करने के लिए रुपए देने वाले परिजनों पर कसा जाएगा शिकंजा
इन परिजनों ने रुपए देकर अपने बच्चों के लिए लीक पेपर खरीदा था। ऐसे में अब एसओजी इनसे पूछेगी कि पेपर लेने के लिए इन्होंने रुपयों की कहां से व्यवस्था की और भुगतान किसे किया। इसके लिए एसओजी ने अब जल्द ही गिरफ्तार एसआई के परिजनों को नोटिस देकर एसओजी मुख्यालय बुलाएगी।
जयपुर। स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) की ओर से एसआई भर्ती परीक्षा 2021 पेपर लीक मामले में अब तक गिरफ्तार हुए 32 ट्रैनी एसआई के परिजनों से अब एसओजी पूछताछ करेगी। इन परिजनों ने रुपए देकर अपने बच्चों के लिए लीक पेपर खरीदा था। ऐसे में अब एसओजी इनसे पूछेगी कि पेपर लेने के लिए इन्होंने रुपयों की कहां से व्यवस्था की और भुगतान किसे किया। इसके लिए एसओजी ने अब जल्द ही गिरफ्तार एसआई के परिजनों को नोटिस देकर एसओजी मुख्यालय बुलाएगी। हाल में एसओजी ने पेपर लीक गिरोह के नेटवर्क के खुलासे के लिए रुपयों के लेनदेन के बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया है। माना जा रहा है कि जिन एसआई के परिजन नोटिस देने के बाद एसओजी को जांच में सहयोग नहीं करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। एडीजी वीके सिंह ने बताया कि पेपर लीक करने में गिरफ्तार ट्रैनी एसआई के साथ उनके परिजन भी अपराध में लिप्त हो चुके हैं। कोई भी बेरोजगार अभ्यर्थी 10 से 20 लाख रुपए की व्यवस्था नहीं कर सकता। ऐसे में ट्रैनी एसआई के परिजनों ने ही लीक पेपर को खरीदने के लिए गैंग से सम्पर्क किया और रुपयों की व्यवस्था कर लीक पेपर का भुगतान कराया। वे लोग हिस्ट्रीशीटर व गैंग के संपर्क में थे।
एफएसएल जुटाएगी सबूत
एसओजी ने अब पुख्ता सबूत जुटाने के लिए गिरफ्तार एसआई के मोबाइलों की भी जांच शुरू कर दी है। इसके लिए सीडीआर निकलवाई जा रही है, जिससे पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सकेगा। वहीं परीक्षा के समय किए गए हस्ताक्षरों से मिलान करवाने के लिए एफएसएल की टीम गिरफ्तार एसआई के हस्ताक्षर नमूने एकत्रित करेगी।
लीक पेपर से हुए पास
एसओजी की जांच में सामने आया कि 11 ट्रेनी एसआई ने एसआई भर्ती परीक्षा 2021 से पहले छह प्रतियोगी परीक्षाएं दीं थीं, लेकिन वे किसी में पास नहीं हुए। इसके बाद परिजनों ने डमी अभ्यर्थी बैठाकर और रुपए देकर लीक पेपर को खरीद कर एसआई प्रतियोगी परीक्षा में पास करवाया।
इंदू-भगवती गिरफ्त में, वर्षा फरार
एसओजी ने भरतपुर एसपी आफिस में कार्यरत रहे एसआई जगदीश सिहाग को 12 मार्च को गिरफ्तार किया था। जगदीश ने अपनी बुआ की दोहिती वर्षा को पांच लाख रुपए देकर डमी अभ्यर्थी के रूप में अपनी बहन इंदू व भगवती के स्थान पर बैठाया था। एसओजी इंदू व भगवती को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन वर्षा अभी फरार है।
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