जघन्य हत्या के दो मुख्य आरोपी गिरफ्तार

डंडे से पीट -पीटकर की थी हत्या

जघन्य हत्या के दो मुख्य आरोपी गिरफ्तार

मृतक कुछ समय पहले आरोपी की पत्नी को भगाकर ले गया था।

कोटा। विज्ञान नगर पुलिस ने जघन्य हत्या के मामले का खुलासा करते हुए दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। विज्ञान नगर पुलिस को 22 अप्रैल को आईएल चौराहे के पास झाड़ियों में एक युवक का खून से लथपथ शव मिला था। पुलिस ने मृतक के भाई की रिपोर्ट पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। मृतक युवक की पहचान डिलिवरी बॉय भगवान मीणा पुत्र ओम प्रकाश मीणा निवासी गांव डोबड़ा, बपावर कलां के रूप में हुई थी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया था। मृतक के भाई ने शक जताया था इस पर आरोपियों को  पूछताछ के लिए बुलाया और पूछताछ के बाद जुर्म कबूल करने पर गिरफ्तार किया। पुलिस अधीक्षक डॉ.अमृता दुहन ने बताया कि विज्ञान नगर थाने पर गांव डोबड़ा बपावर कलां निवासी फरियादी लक्ष्मीनाथ मीणा पुत्र ओमप्रकाश मीणा ने रिपोर्ट दी थी कि उसे फोन पर सूचना मिली कि आईएल चौराहे के पास झाड़ियों में एक युवक का खून से लथपथ शव पड़ा है। वहां पहुंचा तो देखा वह उसका छोटा भाई भगवान था उसके सिर व मुंह से खून निकल रहा था। उसे अस्पताल भिजवाया। लक्ष्मीनाथ ने बताया कि भगवान की गांव के ही पड़ोसी योगेश मीणा से पुरानी रंजिश चल रही थी। मुझे शक है कि योगेश मीणा ने ही मेरे भाई की हत्या की है।   

पुलिस ने मामले में 302, 34 आईपीसी में मुकदमा दर्ज कर घटनास्थल के आस पास के सीसीटीवी फुटेज चेक  किये तो भगवान मीणा दौड़ता हुआ नजर आया , उसके पीछे दो युवक बाइक  पर आए और डंडे से पीट-पीटकर भगवान  की हत्या कर दी । अनुसंधान में सामने आया कि मृतक भगवान मीणा कुछ समय पहले आरोपी योगेश मीणा की पत्नी को भगाकर ले गया था। जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस थाना बपावर कलां में दर्ज की गई थी। इस बात को लेकर आरोपी योगेश मीणा ,  भगवान मीणा से रंजिश  रखता था। आरोपी योगेश मीणा  ने अपने बचपन के दोस्त  नवीन मीणा उर्फ बिट्टू से संपर्क किया और फिर भगवान मीणा की हत्या करने की साजिश रची।  
  
आरोपी ने 15 दिन तक की रैकी 
पुलिस निरीक्षक सतीश चंद ने बताया कि आरोपी योगेश ने  मृतक भगवान मीणा की करीब 15 दिन तक लगातार रैकी की फिर 22 अप्रैल को अपने दोस्त नवीन मीणा व  अन्य दोस्त को साथ लिया। इसके बाद योगेश मीणा व उसके दोस्त भगवान मीणा की तालाश करते हुए आनन्द शेखावाटी ढाबा पहुंचे, वहां से जब भगवान मीणा ऑर्डर लेकर निकला तो उसका पीछा करते रहे। जैसे ही भगवान मीणा सुनसान स्थान  पर पहुंचा उसको तीनों ने घेर लिया। भगवान मीणा अपनी मोटरसाईकिल छोड़कर भागा तो  नवीन उर्फ बिट्टू ने एक राहगीर मोटरसाईकिल चालक को चाकू दिखाकर लिफ्ट ली और  भगवान मीणा को पकड़ लिया। थोड़ी देर बाद अन्य दोस्त भी  आ गये और भगवान मीणा की डंडे से सिर पर वार कर निर्मम हत्या कर फरार हो गए। आरोपी  योगेश मीणा को कोटा रेलवे स्टेशन से घटना के 48 घंटों के अन्दर ही 24 अप्रैल को  गिरफ्तार कर लिया। आरोपी रिमांड पर चल रहा था। उसके पास से भगवान मीणा की गोटरसाईकिल घटना के समय योगेश मीणा द्वारा पहने हुए कपड़े बतौर सबूत जब्त किये जा चुके है। मामले में फरार आरोपी नवीन  उर्फ बिट्टू को सोमवार को ईदगाह बस स्टैंड आगरा से गिरफ्तार किया। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है तथा अन्य फरार आरोपी को तलाश किया जा रहा है।   

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