शरीर के लिए नुकसानदेह राज्य की आबोहवा, जाने एक्यूआई अधिक रहने से शरीर पर क्या होता है नुकसान
दिल को बीमार कर देती है
वायुमण्डल में कार्बन मोनोआक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड होने से फेफड़ों को काफी नुकसान पहुंचता हैं। सांस में दिक्कत का आना, दिल की धड़कन का तेज हो जाना और बहुत अधिक खांसी होने सहित कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं।
जयपुर। राज्य में वायु प्रदूषण होने से प्रदेश की अबोहवा खराब बनी हुई है। राज्य का एक भी ऐसा शहर नहीं है, जहां निर्धारित मापक के अनुसार एक्यूआई ठीक हो। राज्य के अधिकांश शहरों में एक्यूआई अधिक बना हुआ है। केन्द्र सरकार के सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के समीर एप के अनुसार शुक्रवार शाम 6.6 बजे भिवाड़ी में 258 एक्यूआई दर्ज किया गया, जो खराब पर्यावरण को दर्शाता है। एक्यूआई अधिक रहने से हवा के गंदे कण, फेफड़ों और दिल को बीमार कर देती हैं।
एक्यूआई अधिक रहने से शरीर पर क्या नुकसान होता है
वायुमण्डल में कार्बन मोनोआक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड होने से फेफड़ों को काफी नुकसान पहुंचता हैं। सांस में दिक्कत का आना, दिल की धड़कन का तेज हो जाना और बहुत अधिक खांसी होने सहित कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं।
प्रदेश में एयर क्वालिटी इंडेक्स का बढ़ना चिंताजनक है। यह शरीर पर विपरीत असर डालता है। यह श्वास रोग सहित अनेक बीमारियों को जन्म देता है।
- डॉ. रानी सिंह, भूगोल शास्त्री एवं पर्यावरण विशेषज्ञ
किस शहर में कितना एक्यूआई |
शहर | एक्यूआई |
अजमेर 117 | 117 |
अलवर | 94 |
बारां | 177 |
बाड़मेर | 156 |
भरतपुर | 201 |
भीलवाड़ा | 105 |
बीकानेर | 125 |
बूंदी | 148 |
चित्तौड़गढ़ | 172 |
दौसा | 144 |
क्या है मापक |
एक्यूआई | परिणाम |
0-50 | बेहतर |
51-100 | संतोषजनक |
101-200 | सामान्य |
201- 300 | खराब |
301 से 400 | बहुत खराब |
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