अघोषित बिजली कटौती से जनता परेशान विधायक लिख रहे जिम्मेदारों को पत्र
कई सर्किलों पर ट्रिपिंग और मेंटनेंस के नाम पर की जा रही बिजली कटौती
बिजली डिमांड की तुलना में उपलब्धता नहीं होने पर सर्किलवार अघोषित कटौती की जा रही है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में यह कटौती अलग-अलग जगह एक से चार घंटे तक होने से लोग परेशान हैं।
जयपुर। भीषण गर्मी के बीच बिजली डिमांड और सप्लाई में अंतर बढ़ने से तीनों डिस्कॉम में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अघोषित कटौती बढ़ गई है। गर्मी के दिनों में अघोषित कटौती से जनता परेशान होकर स्थानीय विधायक और जनप्रतिनिधि ऊर्जा मंत्री और विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखकर कटौती रोकने का आग्रह कर रहे हैं। अधिकांश जिलों में पारा 44 डिग्री से अधिक पहुंचने पर बिजली का लोड बढ़ गया है। बिजली डिमांड की तुलना में उपलब्धता नहीं होने पर सर्किलवार अघोषित कटौती की जा रही है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में यह कटौती अलग-अलग जगह एक से चार घंटे तक होने से लोग परेशान हैं।
ऊर्जा विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले एक पखवाड़े में 500 लाख यूनिट तक बिजली डिमांड बढ़ी है। राजस्थान में एक मई को जहां 2835.75 लाख यूनिट बिजली आपूर्ति थी तो दूसरे पखवाड़े के शुरुआत में ही यह 3317.31 लाख यूनिट तक पहुंच गई। ऐसे में बिजली कपंनियों को लोड मैनेजमेंट के लिए अघोषित कटौती करनी पड़ रही है। अघोषित कटौती पर विधायकों और जनप्रतिधियों के पत्रों पर बिजली कंपनियां खुलकर जबाव नहीं दे रही हैं। सूत्रों के अनुसार प्रदेश में 15 मई को 60 लाख यूनिट, 16 मई को 35 लाख यूनिट, 17 मई को 60 लाख यूनिट और 18 मई को 40 लाख यूनिट बिजली कटौती के सर्किलों को निर्देश दिए गए। कई सर्किलों पर ट्रिपिंग और मेंटनेंस के नाम पर कटौती के कारण गिनाए जा रहे हैं।
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