राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पीएम मोदी का जवाब, बोले- कांग्रेस इस बार 99 के फेर में फंसी

कांग्रेस का यह तीसरा सबसे खराब प्रदर्शन

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पीएम मोदी का जवाब, बोले- कांग्रेस इस बार 99 के फेर में फंसी

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा पहुंच गए है। धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ने हम सब का मार्गदर्शन किया है।

नई दिल्ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा पहुंच गए है। धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति ने हम सब का मार्गदर्शन किया है। राष्ट्रपति ने कई अहम मुद्दे उठाए है। पीएम मोदी ने संबोधन में कहा कि राष्ट्रपति ने विकसित भारत की कल्पना को दोहराया है। देश में सफल चुनाव कराए गए है और जनता ने हमें चुना है। गरीब के कल्याण के लिए हमें चुना है, हमने 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है। दुनियाभर में देश की साख बढ़ी है। सबका साथ, सबका विकास का मंत्र लेकर हम आगे बढ़े है। 

मोदी ने कहा कि पहली बार जो सासंद बनकर आये और उन्होंने जिस प्रकार एक अनुभवी सांसद की तरह व्यवहार करते हुए अपने विचार रखे उससे सदन की गरिमा बढी है। देश ने एक सफल चुनाव अभियान को पार करते हुए विश्व को दिखा दिया कि यह दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव अभियान था। देश की जनता ने इस अभियान में हमें चुना है और मैं कुछ लोगों (विपक्ष)की पीड़ा समक्ष सकता हूं। लगातार झूठ चलाने के बाद भी उनकी घोर पराजय हुई है। प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान विपक्ष के भारी हंगामे पर अध्यक्ष ओम बिरला ने गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सदन की गरिमा को गिराना विपक्ष को शोभा नहीं देता है। मोदी ने कहा कि भारत की जनता ने हमें तीसरी बार देश की सेवा करने का हमें मौका दिया है। यह महत्पूर्ण और गौरवपूर्ण घटना है। हमें हर कसौटी पर कसने के बाद देश की जनता ने यह जनादेश दिया है। जनता ने हमारे दस साल के कामों को देखा है। जनता ने देखा है गरीबों के कल्याण के लिए हमने जिस समर्पण भाव जनसेवा ही प्रभु सेवा को चरितार्थ करते हुए जो कार्य किया है उससे दस साल में पचीस करोड़ गरीब गरीबी से बाहर निकले हैं। यह हमारे लिए आशीर्वाद का कारण बना है।

उन्होंने कहा कि पहली बार जीत कर आये थे तो कहा था कि भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालेरेंस रहेगा। देश को भ्रष्टाचार ने दीमक की तरह खोखला कर दिया था लेकिन हमारी जीरो टालेरेंस की नीति की वजह से हमें तीसरी बार जनादेश दिया। दुनिया में भारत का गौरव बढा है इसे हर भारतवासी अनुभव करता है। देश की जनता ने देखा है भारत सर्वप्रथम है। हमारी हर नीति निर्णय कार्य का एक ही तराजू रहा है कि भारत प्रथम हो। इसी भावना के साथ देश में आवश्यक सुधार किये है। उन्होंने कहा कि दस साल में हमारी सरकार सबका साथ सबका विकास के मंत्र के साथ सभी लोगों का कल्याण करने के साथ काम करती रही है। भारत के संविधान के अनुसार सर्वपंथ को ध्यान में रखकर देश ने सेवा की है। इस देश ने लंबे समय तक तुष्टीकरण की राजनीति देखा लेकिन देश ने पहली बार संतुष्टीकरण के विचार को लेकर चले हैं। इसका मतलब हर योजना का लाभ आखिरी व्यक्ति तक पहुंचाना है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस चुनाव ने इस बात को साबित किया है कि भारत की जनता कितने विवेकपूर्ण और उच्च आदर्शों के हिसाब से अपनी सदबुद्दि से काम करती है। इसी का परिणाम है कि हम तीसरी बार शासन करने का मौका मिला। हमारी नियत, निष्ठा पर देश की जनता ने भरोसा जताया है। इस चुनाव में हम जनता के बीच एक बड़े संकल्प के साथ आशीर्वाद मांगा था। हमने विकसित भारत संकल्प के लिए एक निष्ठा के साथ आगे बढे जनता ने इस संकल्प को चार चांद लगाकर देश का सेवा करने का मौका दिया। उन्होंने कहा कि देश जब विकसित होता है तब कोटि कोटि लोगों के संकल्प सिद्ध होते हैं। विकसित भारत का सीधा सीधा लाभ हमारे देश के नागरिकों के जीवन पर पड़ता है। पहले सामान्य नागरिक इन चीजों के लिए तरसता रहता था। दुनिया के विकास में भारत के शहर भी बराबरी करेंगे यह हमारा सपना है।

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प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे समय का पल पल और हमारे शरीर का कण कण विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए लगाएंगे। 2014 के पहले देश ने सबसे बड़ा नुकसान यह था कि देशवासियों का आत्मविश्वास खोया था। आत्मविश्वास खोने के बाद व्यक्ति को खड़ा होना मुश्किल हो जाता है। उस दौरान यह साफ सुनाई देता था कि इस देश का कुछ नहीं हो सकता था। हताशा भारतीयों की पहचान बन गई थी। उस समय आये दिन घोटालों की खबरें ही सुनाई पड़ती थी। रोज नये घोटाले की खबरें आती थी। वह घोटालेबाजों का कालखंड था। उस समय बेशर्मी से स्वीकार कर लिया जाता था कि दिल्ली से एक रुपया निकलता है तब पंद्रह पैसा लोगों तक पहुंचता था। उस समय भाई भतीजावाद फैला हुआ था। गरीबों को घर लेने के लिए हजारों रुपये के रिश्वत देने पड़ते थे। गैस कनेक्शन के लिए कट देने पड़ते थे। राशन के लिए भी रिश्वत देने पड़ते थे। देश के लोग निराश हो गये थे और अपने भाग्य को दोष देकर वक्त काटने के लिए मजबूर हो गये थे। इस निराशा के दौरान देश वासियों ने हमें शासन के लिए चुना है। दस साल में हमारी सरकार की अनेक सफलताएं है। देश निराशा की गर्त से निकलकर आशा और विश्वास में आया है। धीरे धीरे देश के मन में आ गये कि अब इस देश में सब कुछ संभव है। हमने यह विश्वास जताने का काम किया है। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद नीतियों और निर्णय में परिवर्तन आया जिससे देश का बैंक सर्वाधिक मुनाफा कमाने वाला बैक बन गया।

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उन्होंने कहा कि पहले आतंकवादी जब चाहे जहां जाहे हमला कर देते थे और निर्दोश लोग मारे जाते थे। सरकारें चुपचाप बैठी रहती है। अब भारत घर में घुसकर मारता है और सर्जिकल स्ट्राईक करता है। आतंकवाद के आकांओं को भी सबक सिखाने का काम करता है। देश का एक एक नागरिक जानता है कि अपनी सुरक्षा के लिए देश कुछ भी कर सकता है। उन्होंने कहा कि संविधान को सिर पर रखकर नाचने वाले जम्मू कश्मीर में इसे लागू नहीं करते थे। अब अनुच्छेद 370 की दीवार गिरी और पत्थरबाजी बंद हो गई तथा लोकतंत्र मजबूत है। भारत के लोकतंत्र पर भरोसा करते हुए बढचढकर मतदान करने के लिए लोग आगे आ रहे है। देशवासियों में उम्मीद जागती है तो विकास का पहिया तेजी से चलता है। मोदी ने कहा कि दस साल में देश की अर्थव्यवस्था को पांचवे स्थान पर लेकर गये हैं और अब इसे तीसरे स्थान पर लेकर जाने का लक्ष्य है।

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मोदी ने कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव हारी ही नहीं है बल्कि वह लगातार तीसरी बार 100 का आंकड़ा पार नहीं कर सकी है और जनता ने उस पर भरोसा नहीं करके विपक्ष में बैठे रहने का जनादेश दिया है। मोदी ने कांग्रेस को लगातार तीसरी बार सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा है और वह आत्ममंथन करने की बजाए 99 सीटें पाकर बहुत खुश नजर आ रही है जबकि उसे यह आंकड़ा सहयोगी दलों के साथ गठबंधन के कारण मिली है। यदि कांग्रेस अपने बल पर चुनाव लड़ती और सहयोगी दलों का सहयोग उसे नहीं मिलता तो उसका आंकड़ा इससे बहुत पीछे होता। गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ में कांग्रेस अपने बल पर चुनाव लड़ी और इन तीन राज्यों की 64 सीटों में से उसे सिर्फ दो सीटें मिली हैं। प्रधानमंत्री ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस परजीवी बन चुकी है और यह बात वह तथ्यों के आधार पर कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में जहां जहां भाजपा और कांग्रेस का सीधा मुकाबला था या जहां कांग्रेस बड़ी पार्टी थी, वहां उसका स्ट्राइक रेट 26 प्रतिशत रहा। कांग्रेस को इस चुनाव में तीसरी बार बहुत बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस लगातार तीसरी बार 100 पार नहीं कर सकी और शीर्षासन कर रही है। इस परजीवी पार्टी को मिली 99 सीटों पर उसके सहयोगियों ने उसे जिताया है, इसलिए कांग्रेस परजीवी  है। जहां यह पार्टी अकेले लड़ी, वहां उसका वोट गिरा है। गुजरात, छत्तीसगढ, मध्य प्रदेश में कांग्रेस अपने दम पर लड़ी और 64 में से सिर्फ दो सीटें जीती है। इससे साफ है कि वह सहयोगियों के कंधे पर चढी है और इसके बल पर उसे यह आंकड़ा मिला है।

मोदी ने कहा कि कांग्रेस के इतिहास में यह तीसरी सबसे बड़ी हार है। कांग्रेस का यह तीसरा सबसे खराब प्रदर्शन  है। अच्छा होता कि कांग्रेस अपनी हार स्वीकार करती और जनता के आदेश को सिर आंखों पर रखकर आत्ममंथन करती लेकिन इतनी बड़ी हार मिलने के बावजूद यह पार्टी शीर्षासन में लगी है। उन्होंने कांग्रेस का नाम लिए बिना कहा ''पहले की सरकारें घोटालेबाज रही हैं। पहले हर दिन घोटाले होते रहे हैं। वह घोटालेबाज लोगों का एक कालखंड रहा है, जिसे मेरे नेतृत्व वाली सरकार ने दस साल में खत्म किया है। गैरभाजपा सरकार ने जो घोटाले किए और जो भाई भतीजावाद फैलाया, उससे सामान्य आदमी त्रस्त हो गया था। मुफ्त राशन लेने के मामले में भी घोटाले हो रहे थे और लोगों को मुफ्त राशन के लिए भी पैसे देने पड़ते थे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इन्हीं सब बुराइयों से परेशान देश के लोगों ने 2014 में उनकी सरकार बनाई और उन्होंने भी पूरी ताकत के साथ काम करते हुए देश की जनता की निराशा को खत्म किया है। जनता की निराशा को उनकी सरकार ने खत्म किया और इसी का परिणाम है कि देश ने तीसरी बार उनको सत्ता सौंपी है और वह संकल्प के साथ लोगों की भावनाओं पर खरे उतरेंगे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को खत्म करने में उनकी सरकार कामयाब रही है। पहले लगातार बैंक घोटाले हो रहे थे और भ्रष्टाचार में हर हाथ काला हो रहा था। उनकी सरकार ने 2014 के बाद नीतियों में परिवर्तन किया और आज दुनिया के बैंकों में भारत का नाम है। विश्व के सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाले बैंकों में भारतीय बैंक आ गये हैं। घोटाले होते थे तो सरकारें चुपचाप बैठी रहती थी, कोई मुंह तक खोलने को तैयार नहीं था लेकिन आज स्थिति बदली है। देश का हर नागरिक समझ गया है कि अपनी सुरक्षा के लिए भारत कुछ भी कर सकता है।  

उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार तीसरी बार हारी ही नहीं है बल्कि उसे 13 राज्यों में शून्य सीटें आई हैं। उन्होंने तंज किया कि पार्टी की लुटिया तो डुबो दी गई, लेकिन फिर भी हीरो बनने का प्रदर्शन कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि दूसरी तरफ भाजपा तेजी से आगे बढ़ रही है। इस चुनाव में पार्टी ने केरल में खाता खेाला है। तमिलनाडु में कई सीटों पर दमदार प्रदर्शन किया है। कर्नाटक में पिछली बार की तुलना में भाजपा का वोट प्रतिशत बढ़ा है। आने वाले तीन राज्यों में चुनाव है। महाराष्ट्र हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव होने हैं। इन तीन राज्यों में पिछले चुनाव में जितने वोट मिले, उससे ज्यादा  वोट इस बार मिला है। पंजाब में भी हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा है। जनता ने कांग्रेस को जनादेश दिया है लेकिन कहा है कि विपक्ष में ही बैठे रहना है। सीट पर बैठकर ही चिल्लाते रहो। पहला मौका है, जब लगातार तीन बार कांग्रेस 100 का आंकड़ा पार नहीं कर पाई। कांग्रेस के इतिहास में यह तीसरी सबसे बड़ी हार है। तीसरा सबसे खराब प्रदर्शन कांग्रेस का है। अच्छा होता कि कांग्रेस अपनी हार स्वीकार करती और जनता के आदेश को सिर आंखों पर रखकर आत्ममंथन करती, लेकिन कांग्रेस शीर्षासन में लगी है।

पीएम मोदी के संबोधन की प्रमुख बातें

  • देश से विकसित भारत के आशीर्वाद मांगा
  • 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला
  • देश ने आज हमें तीसरी बार सेवा करने का मौका दिया है
  • विकसित भारत का लाभ लोगों को मिला है।
  • देश ने तुष्टीकरण की राजनीति भी देखी है।
  • भारत के प्रति लोगों को नजरिया बदलने लग गया है।
  • देश ने हमारे 10 साल के काम का ट्रैक रिकॉर्ड देखा है।
  • दुनिया भर में भारत का सम्मान बढ़ा है।
  • लगातार झूठ के बावजूद उनकी हार हुई।
  • हमारे समय का पल-पल, शरीर का कण-कण समर्पित
  • 2014 से पहले लोगों का आत्मविश्वास खो गया था।
  • जनता के दिए भरोसे पर हम काम करेंगे।
  • 2014 से पहले घोटालों का कालखंड था।
  • 2014 से पहले भाई-भतीजावाद फैला हुआ था।
  • देश का आत्मविश्वास बुलंदी पर पहुंचा
  • 2014 से पहले आतंकी हमला हुआ करते थे।

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