चांदीपुरा वायरस का राजस्थान में प्रवेश, सावधान एक बच्चे की मौत

चिकित्सा टीमों ने कोटड़ा, खेरवाड़ा और नयागांव में किया सर्वे

चांदीपुरा वायरस का राजस्थान में प्रवेश, सावधान एक बच्चे की मौत

चांदीपुरा रोग एक वायरल संक्रमण है जो मच्छर, घुन, रेतीली मक्खी के माध्यम से फैलता है। इसके उपचार में विलंब होने पर गंभीर स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है।

जयपुर। चांदपुरा संक्रमण के संक्रमित मिलने की आशंका सेचिकित्सा विभाग अलर्ट मोड पर है। चिकित्सा विभाग के जनस्वास्थ्य निदेशक डॉ.रविप्रकाश माथुर ने उदयपुर सीएमएचओ से मामले की पूरी रिपोर्ट ली है। गुजरात चिकित्सा विभाग ने इनके नमूने जांच को एनआईवी पुणे भेजे हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही इनके संक्रमण होने या ना होने की पुष्टि होगी। फिलहाल विभाग ने क्षेत्र में आवश्यक सर्वे, निगरानी बढ़ाने, संदिग्ध के सैम्पल अविलंब जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज भिजवाने, कीट-मच्छररोधी गतिविधियां संचालित करने सहित क्षेत्र के लोगों को बीमारी के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं। हिम्मत नगर अस्पताल में जिस बच्चे का इलाज चल रहा है, उसके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार आ रहा है। 11 जुलाई को बच्चों के संक्रमण की सूचना मिलते ही संबंधित चिकित्सा अधिकारियों को सावधानी बरतने और निगरानी बढ़ाने के निर्देश जारी कर दिए गए थे। 

मच्छर, घुन, रेतीली मक्खी से फैलता है: बुखार, उल्टी और दौरे पड़ते हैं
चांदीपुरा रोग एक वायरल संक्रमण है जो मच्छर, घुन, रेतीली मक्खी के माध्यम से फैलता है। इसके उपचार में विलंब होने पर गंभीर स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। इसके मुख्य लक्षण में बुखार आना,उल्टी होने और दौरे पड़ना शामिल हैं। यह वायरस सीधे मस्तिष्क में संक्रमण करता है। इसमें सूजन आ जाती है। बच्चा कोमा भी जा सकता है। अभी तक इसकी एंटी वायरल दवा नहीं बनी है। ऐसे लक्षण वाले विशेष सतर्कता बरतें और चिकित्सक की देखरेख में यथाशीघ्र उपचार कराएं। 

उदयपुर। जिले में चांदीपुरा वायरस जैसे मिलते-जुलते लक्षण मिलने के बाद चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया। जिले में दो बच्चों में इस वायरस के लक्षण पाए जाना माना जा रहा है। इन बच्चों का इलाज गुजरात में चल रहा था। तीन साल के एक बच्चे की 27 जून को मौत हो गई, जबकि चार वर्षीय दूसरी बच्ची का इलाज जारी है, वह खतरे से बाहर है। स्वास्थ्य विभाग वायरस को लेकर घर-घर सर्वे करा रहा है। 
उल्टी-दस्त से पीड़ित बच्चों की निगरानी शुरू कर दी गई है। डिप्टी सीएमएचओ डॉ. अंकित जैन ने बताया कि राज्य सरकार से रविवार को सूचना मिली थी कि उदयपुर जिले के खेरवाड़ा और नयागांव के दो बच्चों में चांदीपुरा वायरस जैसे लक्षण मिले हैं। दोनों को गुजरात के हिम्मतनगर स्थित सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। बच्चों के ब्लड और सीरम के सैंपल पुणे भिजवाए गए हैं। सीएमएचओ ने बताया कि खेरवाड़ा के बलीचा गांव में बच्चा 26 जून को अपने घर पर था। अचानक उसे दौरे आने लगे। पहले उसे जिले की भीलूड़ा सीएचसी ले गए। वहां से हिम्मतनगर सिविल हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। दूसरे दिन उसकी मौत हो गई। दूसरे केस में बच्ची को 5 जुलाई को उल्टी-दस्त, बुखार की शिकायत के बाद पहले ईडर हॉस्पिटल ले जाया गया था। बाद में उसे हिम्मतनगर रेफर किया गया। आईसीयू में इलाज के बाद उसे वार्ड में शिफ्ट किया गया। बच्ची अब स्वस्थ हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार चांदीपुरा वायरस के मरीज सामने आने के बाद कोटड़ा, खेरवाड़ा और नयागांव में स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने सोमवार को सर्वे किया है। 

बच्चे में चांदीपुरा वायरस से मिलते-जुलते लक्षण थे, अभी पुष्टि नहीं हुई है। दस दिन में ब्लड सैंपल रिपोर्ट आने के बाद ही कन्फर्म कहा जा सकेगा। इलाज के दौरान हुई बच्चे की मौत के बाद टीमें घर-घर सर्वे कर रही है।
डॉ. एसएल बामणिया, सीएमएचओ।

Read More चार माह से मोटर खराब, पानी की समस्या से जूझ रहे मौहल्लेवासी

Post Comment

Comment List

Latest News

राजस्थान में रिफाइनरी का काम तय समय-सीमा में पूरा किया जाना चाहिए: गहलोत राजस्थान में रिफाइनरी का काम तय समय-सीमा में पूरा किया जाना चाहिए: गहलोत
उन्होंने कहा कि अब राज्य और केंद्र दोनों जगह भाजपा की सरकार है लेकिन गत मई तक रिफाइनरी का 79...
चांदी दो हजार रुपए और जेवराती सोना पांच रुपए सस्ता
युद्धाभ्यास तरंगशक्ति 2024 : सूर्यकिरण को देख शहरवासी अचंभित
आईएनए सोलर को राजस्थान बिजनेस समिट 2024 में सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग में उत्कृष्टता का अवार्ड
जम्मू-कश्मीर में शांति के बिना पाकिस्तान से बातचीत का सवाल ही नहीं : अमित शाह
गणेश जी को सोने का वर्क धारण करवाया, प्रथम पूज्य की सजी 56 भोग की झांकी 
राजस्थान स्टेट गैस द्वारा गैल गैस को 32.50 लाख का लाभांश