धार्मिक झंडियों को तोड़ने के विरोध में कोटड़ी कस्बा बंदधार्मिक झंडियों को तोड़ने के विरोध में कोटड़ी कस्बा बंद
आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग, थाने का घेराव कर किया प्रदर्शन
घटना का वीडियो सामने आने के बाद हिन्दू संगठन के लोगों ने चारभुजा मंदिर एकत्रित होकर जुलूस निकाला और कस्बे को बंद करवाकर थाने के बाहर प्रदर्शन किया।
कोटड़ी। शाहपुरा जिले के कोटड़ी कस्बे में ताजिए का जुलूस निकालने के दौरान समुदाय विशेष के लोगों की ओर से भगवा पताकाओं व झंडियों को तोड़कर पैरों से रौंदने का वीडियो सामने आने के बाद तनाव पैदा हो गया।
घटना का वीडियो सामने आने के बाद हिन्दू संगठन के लोगों ने चारभुजा मंदिर एकत्रित होकर जुलूस निकाला और कस्बे को बंद करवाकर थाने के बाहर प्रदर्शन किया। ये लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। जानकारी के अनुसार कोटड़ी कस्बे में बुधवार को मोहर्रम पर ताजिए का जुलूस निकाला जा रहा था कि इस दौरान समुदाय विशेष के कुछ लोगों ने भगवा झंडियां और पताकाएं हटा दीं और कुछ को तोड़ दिया। इसका वीडियो गुरुवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
अतिरिक्त जाप्ता तैनात, कुछ लोग हिरासत
विवाद को देखते हुए कोटड़ी कस्बे में पुलिस का अतिरिक्त जाप्ता तैनात किया गया। वहीं कस्बे में मुखबिरी तंत्र को सक्रिय करके पुलिस हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखे हुए है। कुछ सन्दिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
सीएलजी बैठक में तय शर्तों का किया उल्लंघन
हिन्दू संगठनों के पदाधिकारियों का कहना है कि ताजिए निकालने के दौरान शर्तों का उल्लंघन किया गया है। गत दिनों सीएलजी की बैठक में जुलूस के जो नियम तय किए गए, उन्हें धता बताकर जुलूस के दौरान हथियार लहराने सहित अन्य गतिविधियों को अंजाम दिया गया। बताया गया कि पुलिस ने कुछ धारदार हथियार जब्त भी किए थे। वहीं कस्बे के बाजारों में लगी झंडियों को तोड़कर पैरों में डाला गया, जिसे माहौल गरमा गया। इससे लोगों में रोष है। जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक बाजार नहीं खोला जाएगा। जिस पर अधिकारियों ने लोगों को समझा कर भिजवाया और आश्वासन दिया कि जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा, तब जाकर लोग थाने से हटे।
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