सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छोटा होने से अव्यवस्थाओं की भरमार

गैलरी में ही करना पड़ रहा प्राथमिक उपचार

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छोटा होने से अव्यवस्थाओं की भरमार

नए भवन निर्माण के लिए भूमि आवंटित हो तो मिले राहत।

किशनगंज।  किशनगंज कस्बा मुख्यालय पर मौजूद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सा सुविधाओं के लिहाज से बहुत छोटा होने से आदिवासी अंचल से रोजाना चिकित्सालय आने वाले सैंकडों मरीजों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। चिकित्सालय पहुंचने के रास्ते समेत चिकित्सा भवन,वाहन पार्किंग, इमरजेंसी,लेबर वार्ड,ओपीडी,एक दवा वितरण काउंटर हर जगह सकरी होने से लंबी लाइन लग जाने से रास्ता अवरुद्ध हो जाता है। जिससे चिकित्सालय में आने मरीजों एवं परिजनों को परेशानी झेलनी पड़ती है। चिकित्सा प्रभारी नामदेव ने बताया कि वर्तमान में चिकित्सालय में 25 चिकित्सक, 20 सविदाकर्मी कार्यरत है। जिनके लिए पर्याप्त कमरे चिकित्सालय में मौजूद नहीं हैं। ऐसे में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए नया भवन निर्माण के लिए भूमि आवंटन हो तो कस्बे सहित क्षेत्रवासियों को राहत मिल सकती है।

ओपीडी, इमरजेंसी, लेबर वार्ड, चिकित्सक कक्ष की कमी
चिकित्सालय में आने वाले मरीजों को ओपीडी छोटी होने से कई बार लाइन चिकित्सालय से बाहर निकल जाती है। वहीं इमरजेंसी वार्ड के छोटे होने से दो से अधिक घायलों का इलाज एक साथ संभव नहीं है। कई बार दुर्घटना में घायल मरीजों को सीधे बारां रेफर करना पड़ता है।  गैलरी में ही प्राथमिक उपचार करना पड़ता है। यहीं हाल लेबर रूम का है। जहां एक दो से अधिक डिलेवरी एक साथ नहीं हो पाती। साथ ही चिकित्सकों के लिए कमरे छोटे होने के साथ ही कई परेशानियां बनी रहती है।

जगह की कमी से वाहनों की अव्यवस्थित पार्किंग
चिकित्सालय परिसर में ही मौजूद वाहन पार्किंग स्थल बहुत छोटा होने के चलते चिकित्सा स्टाप के वाहनों से ही भर जाता है। ऐसे में चिकित्सालय में मरीजों को लेकर आने वाली एंबुलेंस, परिजनों को वाहन खड़े करने में परेशानी खड़ी हो जाती है। पार्किंग भर जाने से लोग अपने वाहन इधर उधर अव्यवस्थित रूप से खड़े कर देते है। जिससे जाम के हालात बन जाते है। कई बार खुद एंबुलेंस चालको को मरीजों की जान पर खेलकर रास्ते में खड़े वाहनों को नीचे उतरकर हटाना पड़ता है।

मुख्य रास्ता,पार्किंग स्थल छोटा, एंबुलेंस चालक परेशान
किशनगंज बस स्टैंड से लेकर चिकित्सालय पहुंचने तक मार्ग बहुत ही सकड़ा होने मुख्य बाजार होने से कस्बे में आने वालों लोग अपने  वाहन अव्यवस्थित खड़े कर देते है। जिसे आए दिन जाम के हालात बने रहते है। मरीजों को समय पर चिकित्सालय पहुंचने एंबुलेंस चालको को परेशानी उठानी पड़ती है। 

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किशनगंज बस स्टैंड से लेकर चिकित्सालय पहुंचने तक मार्ग सकड़ा होने, वाहन अव्यवस्थित खड़े रहने से आए दिन जाम के हालात बने रहते है। मरीजों को समय पर चिकित्सालय पहुंचने में परेशानी बनी रहती है।
- योगेश नागर, एंबुलेंस चालक, किशनगंज। 

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चिकित्सालय परिसर छोटा होने से मरीजों के साथ-साथ चिकित्सालय में आने वाले परिजनो को भी जगह कम होने से बैठने,खड़े रहने में भी परेशानी उठानी पड़ती है। 
- डीके सैनी, कस्बेवासी। 

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चिकित्सालय भवन आवश्यकता को देखते हुए बहुत छोटा है। जिसमे ओपीडी, इमरजेंसी में ज्यादा समस्या रहती है। नए भवन के लिए अधिकारियों को अवगत कराया हुआ है।
- प्रदीप नामदेव, चिकित्सा प्रभारी सीएचसी किशनगंज

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