प्रदेश के निवेशकों को युगांडा में किया आमंत्रित
निर्यातकों को पूरा सहयोग मिलेगा
आरईपीसी सीईओ पीआर शर्मा ने कहा कि 2020 में राजस्थान का निर्यात 52 हजार करोड़ रुपये था जो वर्तमान में 82 हजार करोड़ पर पहुंच गया है।
जयपुर। राजस्थान के निर्यात को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहन के लिए फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री (फोर्टी) की ओर से इंटरनेशनल सेमिनार आयोजन किया गया। अपने वर्च्युअल संबोधन में युगांडा के मंत्री डेविड बाहती ने राजस्थान के निवेशकों को युगांडा में आमंत्रित किया और कहा कि पिछले 10 साल में भारत और युगांडा में 200 गुना व्यापार बढ़ा है। युगांडा सरकार की ओर से राजस्थान के निवेशक और निर्यातकों को पूरा सहयोग मिलेगा। आरईपीसी सीईओ पीआर शर्मा ने कहा कि 2020 में राजस्थान का निर्यात 52 हजार करोड़ रुपये था जो वर्तमान में 82 हजार करोड़ पर पहुंच गया है। राजस्थान से एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए सरकार नए देशों के साथ ट्रेड एग्रीमेंट कर रही है और प्रदेश के एक्सपोर्टर्स को जागरूक भी किया जा रहा है।
युगांडा फोर्टी ब्रांच चेयरमैन मनीष काला ने कहा कि युगांडा में औद्योगिक उत्पादन बेहद कम है। इसलिए यहां फार्मा, मशीनरी, ऑटो, गारमेंट, फुटवियर और एग्रीकल्चर सेक्टर में निर्यात की अपार संभावनाएं हैं। अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल ने कहा कि महज साल भर में 15 देशों में एग्जीबिशन, ट्रेड विजिट, बिजनेस मीट, राजकीय यात्राओं के माध्यम से फोर्टी राजस्थान के निर्यात को बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। अगले 5 साल में राजस्थान का निर्यात डेढ़ लाख करोड़ के पार करने का लक्ष्य है। इसके लिए फोर्टी सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है। फोर्टी सलाहकार आरसी गुप्ता ने कहा कि दुनिया के ज्यादातर देशों का चीन से मोहभंग हो चुका है और वैश्विक स्तर पर सबकी निगाहें भारत की ओर से है। हमें इस अवसर के लिए अपने आप को तैयार रखना होगा। पूर्व आईएएस और फोर्टी सलाहकार पुरुषोत्तम अग्रवाल ने कहा कि हमारा देश दुनिया में सबसे ज्यादा युवा आबादी वाला देश है। इसलिए यहां रोजगार आधारित औद्योगिक विकास की आवश्यकता है।
फोर्टी संरक्षक सुरजाराम मील ने कहा कि पिछले एक दशक में अंतरराष्ट्रीय पटल पर भारत की छबि तेजी से बदली है। अब विकसित देश भी भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को मजबूत करना चाहते हैं। इससे राजस्थान से निर्यात संवर्धन की संभावनाओं को गति मिली है। जर्मनी ब्रांच चेयरमेन रमेश अग्रवाल ने कहा कि जर्मनी में राजस्थान के मार्बल- ग्रेनाइट, क्वार्ट्ज, हैंडमेड लकड़ी के आइटम की जोरदार मांग है, हम जर्मनी से मशीनरी और तकनीक का आयात कर सकते हैं। फोर्टी उपाध्यक्ष नीलम मित्तल ने अफ्रीकन देशों और विनोद शर्मा ने आयरलैंड में फोर्टी की पिछली व्यावसायिक यात्राओं के आधार पर निर्यात की संभावनाओं का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया। यूथ विंग अध्यक्ष सुनील अग्रवाल ने कहा कि राजस्थान की युवा प्रतिभा पूरी दुनिया में उद्यमिता के क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही है। हम राजस्थान के निर्यात को बढ़ाने में इस प्रतिभा का पूरा सहयोग लेने के लिए कार्ययोजना बना रहे हैं।
इसमें युगांडा के ट्रेड एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर डेविड बाहती, राजस्थान एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल सीईओ पीआर शर्मा, फोर्टी की युगांडा ब्रांच चेयरमैन मनीष काला, राजस्थानी एसोसिएशन कम्पाला (युगांडा) की चेयरपर्सन रोहिणी काला फोर्टी संरक्षक सुरजाराम मील अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल, सलाहकार आरसी गुप्ता, पूर्व आईएएस पुरुषोत्तम अग्रवाल, फोर्टी की जर्मनी ब्रांच के अध्यक्ष रमेश अग्रवाल, मुख्य सचिव नरेश सिंघल, गिरधारी खंडेलवाल, उपाध्यक्ष नीलम मित्तल और यूथ विंग अध्यक्ष सुनील अग्रवाल के साथ फोर्टी के सभी पदाधिकारी और सदस्य शामिल हुए।
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