छत्तीसगढ़ में बारिश के कारण नदीयों में उफान, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
ऑरेंज अलर्ट जारी किया
मौसम विभाग ने सुबह 8.30 बजे तक 86 मिमी बारिश रिकॉर्ड की है।
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में 3 दिन से हो रही बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। शहर व आसपास के क्षेत्रों में पानी भर गया है। इधर मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए सुकमा व बीजापुर जिलों के लिए रेड अलर्ट, 48 घंटों के लिए बस्तर व सुकमा जिलों में येलो अलर्ट तो कोंडागांव, दंतेवाड़ा, कांकेर, बीजापुर व नारायणपुर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।इंद्रावती नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान 7.200 मीटर के करीब पहुंच गया है। दूसरी ओर प्रशासन ने राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं। जिला कलेक्टर विजय दयाराम के. जलभराव वाले इलाकों के दौरे पर पहुंचे और बाढ़ की स्थिति में लोगों के रेस्क्यू सहित जान-माल को बचाने को कहा। मौसम विभाग ने सुबह 8.30 बजे तक 86 मिमी बारिश रिकॉर्ड की है।
बारिश के कहर से सुकमा जिले में नदी-नाले उफान पर हैं। दंतेवाड़ा में भी बारिश से शंखनी-डंकनी नदी, मलगेर, डुमाम, टेमरू व गोला नाले व अन्य छोटे नाले उफान पर हैं। करीब 24 से ज्यादा गांवों का ब्लॉक व जिले से संपर्क टूट गया है। सुबह भांसी के बंगाली कैंप के पास 50-50 मीटर की दूरी पर दो पेड़ गिरे। करीब पांच घंटे तक स्टेट हाईवे जाम रहा। मोखपाल से कटेकल्याण मार्ग भी बंद हो गया। वहीं नकुलनार से गढ़मिरी, दंतेवाडा से मसेनार व गंजेनार मार्ग पर टेमरू नाले के दोनों पुल भी डूब गए।
बीजापुर जिले में बाढ़ के हालात बनने लगे हैं। मौसम विभाग ने 24 घंटों के लिए जिले को भी रेड अलर्ट पर रखा है। भैरमगढ़ व जांगला में एनएच 63 पर आवागमन ठप रहा। जलस्तर कम होने सेयातायात बहाल हो गया है। भैरमगढ़ के इतामपारा कन्या आश्रम में पानी भरने से 80 छात्राओं को दूसरे भवन में, बासागुड़ा पोटाकेबिन के बच्चों को सारकेगुड़ा छात्रावास और भोपालपटनम के पेगडापल्ली पोटाकेबिन के 120 बच्चे सांड्रापल्ली के नवीन पोटाकेबिन में शिफ्ट किया है। वहीं चार कच्चे मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। परिवारों को राहत शिविरों में पहुंचा दिया गया है। तूफान एवं भारी बारिश के चलते सुकमा और बीजापुर जिले प्रभावित हुए हैं। कोण्टा ब्लॉक के एर्राबोर पुल पर बाढ़ का पानी आ जाने से शनिवार सुबह से राष्ट्रीय राजमार्ग-30 बाधित है।
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