फर्जीवाड़े की शिकायत पर ट्राई ने बंद किए 21 लाख मोबाइल नंबर, जानें पूरा मामला
नंबरों को बंद या ब्लैकलिस्ट कर दिया
ट्राई ने फर्जीवाड़े और स्पैम से जुड़े मामलों में एक वर्ष के भीतर 21 लाख मोबाइल नंबरों और करीब एक लाख इकाइयों पर कार्रवाई की है। इन नंबरों को बंद या ब्लैकलिस्ट किया गया है। ट्राई ने लोगों से डीएनडी ऐप पर स्पैम नंबरों की शिकायत करने, निजी जानकारी साझा न करने और संदिग्ध कॉल की सूचना 1930 या साइबरक्राइम पोर्टल पर देने की अपील की है।
नई दिल्ली। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने फर्जीवाड़े की शिकायत पर एक साल में 21 लाख मोबाइल नंबरों और एक लाख इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई की है। ट्राई ने बताया कि स्पैम और फर्जीवाड़े से जुड़े मैसेज भेजने के कारण उसने 21 लाख मोबाइल नंबरों और करीब एक लाख इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए या तो उन नंबरों को बंद या ब्लैकलिस्ट कर दिया है। नियामक ने आम लोगों से फर्जीवाड़े वाले नंबरों की शिकायत ट्राई डीएनडी ऐप पर करने की अपील की है। उसने कहा है कि स्पैम कॉल या मैसेज वाले नंबरों को फोन में ब्लॉक करने भर से दूसरे लोग उससे सुरक्षित नहीं होते हैं, जबकि ऐप पर शिकायत करने से उस नंबर पर कार्रवाई कर उसके बंद या ब्लैकलिस्ट कर देने से पूरे समाज की सुरक्षा होती है। किसी भी शिकायत पर कार्रवाई करने से पहले ट्राई जांच करता है और शिकायत सही पाये जाने पर स्थायी रूप से नंबर को बंद कर देता है।
आम लोगों के लिए मशविरा जारी करते हुए ट्राई ने उनसे मोबाइल फोन पर ट्राई डीएनडी ऐप डाउनलोड करने और स्पैम मैसेज/कॉल करने वाले नंबर की शिकायत उस पर करने की अपील की है। नियामक ने कहा है कि लोग अपने निजी या बैंकिंग विवरण कॉल, मैसेज या सोशल मीडिया पर शेयर न करें। यदि कोई धमकी भरा या संदेहास्पद कॉल आती है तो तुरंत काट दें। साइबर की रिपोर्ट राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 पर या साइबरक्राइम.जीओवी.इन पर करें।

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