अमेरिका का परमाणु परीक्षण पर स्पष्टीकरण : सिस्टम टेस्ट होगा न कि परमाणु विस्फोट, यह परीक्षण अमेरिका के परमाणु शस्त्रागार के आधुनिकीकरण कार्यक्रम का हिस्सा
वास्तविक रूप से परमाणु विस्फोट नहीं बल्कि ‘सिस्टम टेस्ट’ होगा
अमेरिका के ऊर्जा मंत्री क्रिस राइट ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा हाल ही में बताए गए परमाणु परीक्षण वास्तविक विस्फोट नहीं, बल्कि ‘सिस्टम टेस्ट’ होंगे। ये नॉन-क्रिटिकल एक्सप्लोजन हैं और अमेरिका के परमाणु शस्त्रागार के आधुनिकीकरण का हिस्सा हैं। परीक्षणों का उद्देश्य हथियारों के हिस्सों की कार्यक्षमता सुनिश्चित करना है। स्थानीय लोग सुरक्षित रहेंगे।
वाशिंगटन। अमेरिका के ऊर्जा मंत्री क्रिस राइट ने स्पष्ट किया है कि हाल ही में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने परमाणु हथियार परीक्षणों की जो बात कही है, उसमें वास्तविक रूप से परमाणु विस्फोट नहीं बल्कि ‘सिस्टम टेस्ट’ होगा।
एक सवाल के जवाब में बताया कि ये परीक्षण अमेरिका के परमाणु शस्त्रागार के आधुनिकीकरण कार्यक्रम का हिस्सा हैं। उनके अनुसार- हम जिन परीक्षणों की बात कर रहे हैं, वे सिस्टम टेस्ट हैं, न कि परमाणु विस्फोट। इन्हें ‘नॉन-क्रिटिकल एक्सप्लोजन’ कहा जाता है।
राइट ने बताया कि इन परीक्षणों के जरिए हथियारों के विभिन्न हिस्सों को जांचा जाएगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे आवश्यक संरचना और विस्फोट की तैयारी की जरूरतों को सही ढंग से पूरा करते हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या नेवादा रेगिस्तान के पास रहने वाले लोग विस्फोट के बाद बनने वाले मशरूम आकार के बादल की चपेट में आ सकते हैं तो उन्होंने कहा- इस बारे में कोई चिंता नहीं है।

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