वैज्ञानिकों ने खोजा हीरे बनाने का नया तरीका, न तो गर्मी और न ही दबाव की आवश्यकता
टीम ने हीरे बनाने का एक बिल्कुल अलग तरीका विकसित किया
टोक्यो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया कि यदि एक विशेष कार्बन-आधारित पदार्थ पर इलेक्ट्रॉनों की धारा डाली जाए, तो उसे सीधे हीरे में बदला जा सकता है।
टोक्यो। वैज्ञानिकों ने हीरे बनाने का एक नया तरीका खोज निकाला है, जिसमें न तो गर्मी की ज़रूरत है और न ही दबाव की। आमतौर पर हीरे धरती के भीतर अत्यधिक गर्मी और दबाव के कारण बनते हैं या फिर प्रयोगशालाओं में इन परिस्थितियों की नकल कर के बनाए जाते हैं, लेकिन जापान के शोधकर्ताओं की एक टीम ने हीरे बनाने का एक बिल्कुल अलग तरीका विकसित किया है, जिसमें न तो अत्यधिक तापमान चाहिए और न ही भारी दबाव की आवश्यकता है।
टोक्यो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया कि यदि एक विशेष कार्बन-आधारित पदार्थ पर इलेक्ट्रॉनों की धारा डाली जाए, तो उसे सीधे हीरे में बदला जा सकता है। यह प्रक्रिया कमरे के तापमान और कम दबाव पर होती है, जो कृत्रिम हीरे बनाने की पारंपरिक प्रक्रिया को पूरी तरह बदल सकती है।रोचक बात यह है कि यह तरीका संवेदनशील जैविक पदार्थों की भी रक्षा करता है, जिससे जीवविज्ञान और पदार्थ विज्ञान (मटेरियल साइंस) में शोध के लिए नए अवसर खुल सकते हैं। यह अध्ययन Science नामक जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
पारंपरिक रूप से कृत्रिम हीरे दो मुख्य तरीकों से बनाए जाते हैं। पहला तरीके में उच्च तापमान और दबाव के ज़रिए कार्बन को क्रिस्टल रूप में बदलना है। दूसरे तरीके में केमिकल वेपर डिपोज़िशन, जिसमें गैस से हीरे की परत दर परत संरचना बनाई जाती है। दोनों तरीके ऊर्जा-गहन होते हैं और इन्हें नियंत्रित करना भी कठिन होता है। नया जापानी तरीका इन सभी सीमाओं को दूर कर सकता है, क्योंकि इसमें न तो भारी ऊर्जा की आवश्यकता है और न ही महंगे उपकरणों की आवश्यकता है।

Comment List