प्राचीन भैरव मंदिर क्षतिग्रस्त होने की कगार पर
होती है मन्नत पूरी
संतान सप्तमी को पहुंचते हैं सैकड़ों श्रद्धालु , कब होगा जीणोद्धार?
शाहाबाद। उपखंड मुख्यालय शाहाबाद से लगभग 4 किलोमीटर दूर प्राचीन राजपुर रोड की पहाड़ियों में स्थित प्राचीन भैरव मंदिर अब क्षतिग्रस्त अवस्था में है। यह मंदिर कभी राजपुर रोड के राहगीरों के लिए विश्राम स्थल था और गांव के रक्षक के रूप में स्थापित किया गया था। भैरव मंदिर तक पहुंचने के लिए प्राचीन समय का खड़ंजा भरा हुआ है, लेकिन प्रशासन की उपेक्षा के कारण आज तक राजपुर रोड का निर्माण नहीं हो पाया है। इस मार्ग के पत्थर चिकने हो चुके हैं और यह अत्यंत प्राचीन हो चुका है। संतान सप्तमी के दिन भैरव मंदिर में मेला लगता है, जिसमें सैकड़ों भक्त पहुंचते हैं। रास्ते की खस्ता हालत के कारण भोजन प्रसाद की सामग्री श्यारी घाटी मंदिर से पथरीले रास्ते से भेजी जाती है। यहां भजन कीर्तन होते हैं और बाद में भैरवजी का भोग अर्पित किया जाता है। कस्बे से खीर, पुरी, मालपुआ आदि तैयार करके लोग भैरव मंदिर पहुंचते हैं।
रास्ता ठीक करने की मांग
क्षेत्रीय लोग भैरव मंदिर तक पहुंचने के रास्ते को ठीक करने की मांग कर रहे हैं। इस रास्ते में आज भी प्राचीन खड़ंजा भरा हुआ है। यदि रास्ते को सही किया जाए तो शाहाबाद क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। कस्बे के वरिष्ठ नागरिक आनंद बंसल, बाबूलाल मेहता, महेंद्र वैष्णव, प्रदीप मित्तल, हरिशंकर शर्मा, मदनलाल शर्मा और रामचरण माली ने सरकार से अपील की है कि इस प्राचीन रास्ते को ठीक किया जाए।
भैरव मंदिर से नीचे स्थित तालकटोरा
भैरव मंदिर से नीचे पहाड़ी में तालकटोरा नामक स्थान है, जहां 12 महीने पानी रहता है। यहां जंगली जानवर भी पानी पीने आते हैं। प्राचीन समय में भैरव मंदिर तक पानी यहीं से लाया जाता था। यह स्थान पर्यटन के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
संतान सप्तमी पर भंडारा
संतान सप्तमी के दिन क्षेत्र में भंडारे का आयोजन होता है, जिसमें खीर, मालपुआ आदि का भोग बनाया जाता है। रास्ते की खराब स्थिति के कारण श्रद्धालुओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि खाद्य सामग्री हनुमान मंदिर पर तैयार की जाती है और फिर कंधों पर लाकर भैरव मंदिर पहुंचाई जाती है।
इनका कहना है
भैरव मंदिर तक का रास्ता ठीक नहीं है, यह प्राचीन रास्ता है। जिसमें आज भी खड़ंजा भरा हुआ है। इस रास्ते को ठीक किया जाए ताकि श्रद्धालु आसानी से मंदिर तक पहुंच सकें। सरकार से अपील है कि भैरव मंदिर का जीर्णोद्धार किया जाए।
- रामचरण माली, वरिष्ठ नागरिक, शाहाबाद।
यह रास्ता शाहाबाद और राजपुर की सीमाओं को जोड़ता है, इसे ठीक करने की मांग वर्षों से की जा रही है।
- महावीर प्रसाद शर्मा, वरिष्ठ नागरिक, शाहाबाद।
शाहाबाद से 3 किलोमीटर दूर भैरव मंदिर स्थित है। वहां पहुंचने के लिए रास्ता और मंदिर दोनों की मरम्मत की आवश्यकता है।
- रामजीलाल शर्मा, वरिष्ठ नागरिक, शाहाबाद।
अगर रास्ता ठीक किया जाए और मंदिर का जीर्णोद्धार किया जाए, तो यह शाहाबाद के पर्यटन को गति देगा।
- शिवशंकर शर्मा, वरिष्ठ नागरिक, शाहाबाद।
हमारे पूर्वजों से यह किवदंती सुनी है कि भैरव मंदिर में जाने वाले जरूरतमंदों को पैसों की मदद मिलती थी। सरकार से अनुरोध है कि भैरव मंदिर का जीर्णोद्धार करें।
- बृजेश कुमार शर्मा, निवासी शाहाबाद।
राजपुर रोड पर श्यारी घाटी हनुमान मंदिर से लगभग 2 किलोमीटर दूर प्राचीन भैरव मंदिर स्थित है। यह स्थल पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। सरकार से मांग है कि मंदिर तक पहुंचने का रास्ता सुगम किया जाए और जीर्णोद्धार किया जाए।
- लोकेश माली, सरपंच, ग्राम पंचायत शाहाबाद।

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