मंडियों में बंपर आवक : मूंगफली की खरीद जोरों पर, रोजाना छह हजार से अधिक आ रही बोरी, इस साल बेहतर दाना, लेकिन बारिश ने डाली खलल
बारिश प्रभावित माल नीचे के भावों पर बिक रहा
जयपुर की कृषि उपज मंडियों में मूंगफली की आवक तेज़ है। रोजाना करीब 10 हजार बोरी पहुंच रही है। भाव 5,000 से 7,000 रु. प्रति क्विंटल के बीच हैं, जबकि बारिश से खराब माल 4,000–5,000 रु. में बिक रहा है। जोधपुर, सीकर, पुष्कर आदि क्षेत्रों से आवक हो रही है। बेहतर गुणवत्ता से बाजार में उत्साह है।
जयपुर। राजधानी की कृषि उपज मंडियों में इन दिनों मूंगफली की आवक जोरों पर है। इस सीजन में दाने की गुणवत्ता पिछले साल से कहीं बेहतर है, जो किसानों और व्यापारियों दोनों के लिए राहत की बात है। लेकिन बारिश से प्रभावित माल की वजह से कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है, जिससे बाजार में हलचल मची हुई है। कृषि उपज मंड़ी, कूकर खेड़ा व्यापार संघ के महामंत्री अविनाश जैन ने बताया कि जयपुर मंडी में रोजाना औसतन 5 से 6 हजार बोरी मूंगफली की आवक हो रही है, जहां प्रति क्ंविटल भाव 5 से 6 हजार रु. तक चल रहा है। बुधवार को वहीं, मुहाना मंडी में करीब 1,500 बोरी की आवक दर्ज की गई है और यहां भाव 6 से 8 हजार रु. प्रति क्ंविटल के आसपास बने हुए हैं। कुल मिलाकर, शहर में कुल आवक 10 हजार बोरी तक पहुंच रही है, जो पिछले साल की तुलना में कुछ कम है, लेकिन गुणवत्ता में सुधार से बाजार उत्साहित है। के.जी. झालानी ने बताया कि वर्तमान में मूंगफली के भाव 5,000 से 7,000 रुपए प्रति क्ंविटल के बीच हैं। बारिश से क्षतिग्रस्त माल 4,000 से 5,000 रु. तक बिक रहा है, जबकि अच्छी क्वालिटी का दाना ऊंचे दामों पर हाथों-हाथ बिक रहा है। दाना मीठा और मोटा होने से इसकी मांग मजबूत बनी हुई है। पिछले साल की तुलना में आवक अधिक बताई जा रही है।
आवक के प्रमुख क्षेत्र :
आवक मुख्य रूप से जोधपुर, कुचामन, पुष्कर, सीकर लाइन, लोसल, परबतसर, थांवला और आसपास के स्थानीय इलाकों से हो रही है। बारिश प्रभावित माल नीचे के भावों पर बिक रहा है, लेकिन कुल मिलाकर बाजार स्थिर है।

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