विश्व पर्यटन दिवस आज : किले-महलों के साथ वाइल्डलाइफ भी अब पर्यटकों की पहली पसंद, हाथी गांव में हाथी की सवारी भी बेहद लोकप्रिय
हाथी की सवारी का अनूठा अनुभव
जयपुर अब केवल किले और महलों का शहर नहीं रहा, बल्कि वाइल्ड लाइफ और एडवेंचर टूरिज्म का भी उभरता हुआ केंद्र बन चुका है।
जयपुर। गुलाबी नगरी जयपुर अपने भव्य किले, महलों और संग्रहालयों के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। हर साल लाखों पर्यटक यहां इतिहास और संस्कृति की झलक देखने आते हैं लेकिन अब जयपुर पर्यटन का दायरा और भी बढ़ रहा है। ऐतिहासिक धरोहरों के साथ-साथ पर्यटक अब वन्यजीवों के रोमांच को भी अपनी यात्रा में शामिल कर रहे हैं। झालाना, आमागढ़ और बीड़ पापड़ लेपर्ड सफारी से लेकर नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क स्थित लायन एवं टाइगर सफारी और आमेर महल की हाथी सवारी पर्यटकों को नया अनुभव प्रदान कर रही हैं।
शहर के बीचों-बीच झालाना लेपर्ड सफारी
झालाना लेपर्ड सफारी जयपुर शहर के बीचों-बीच स्थित है और यहां पर्यटक विभिन्न प्रजातियों के वन्यजीवों को करीब से देख पाते हैं। खास बात यह है कि यहां के लेपर्ड्स को नाम दिए गए हैं। मेल लेपर्ड्स को राणा, बहादुर, तो मादा लेपर्ड्स को फ्लोरा, चंदा जैसे नाम से जाना जाता है। इनमें से लेपर्ड राणा सबसे बोल्ड साइटिंग के लिए प्रसिद्ध है।
आमागढ़ लेपर्ड रिजर्व का मनमोहक दृश्य
गलता के पास स्थित आमागढ़ लेपर्ड रिजर्व पर्यटकों को पहाड़ियों और जलमहल के अद्भुत नजारे दिखाता है। हाल की बारिश के बाद यहां की हरियाली और भी आकर्षक हो गई है। लेपर्ड्स, हायना, नीलगाय, सियार और सर्दियों में आने वाले प्रवासी पक्षी यहां पर्यटकों का दिल जीतते हैं।
बीड़ पापड़ सफारी का डेजर्ट और पहाड़ी रोमांच
विद्याधर नगर में बीड़ पापड़ लेपर्ड सफारी का शुभारंभ इसी वर्ष जून में हुआ। यहां सफारी ट्रैक डेजर्ट और पहाड़ी दोनों से होकर गुजरता है। सफारी के एग्जीट रूट की ओर बढ़ने पर बारिश के समय बहता झरना पर्यटकों का मन मोह लेता है। लेकिन गाड़ी से उतरकर इस ओर जाने की मनाही है। लेकिन इस बीच कमी ये है कि यहां झालाना और आमागढ़ की तरह ऑनलाइन बुकिंग सुविधा उपलब्ध नहीं है। अगर यहां भी ये पर्यटकों को ये सुविधा मिले तो सैलानियों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
हाथी की सवारी का अनूठा अनुभव
आमेर महल और हाथी गांव में हाथी की सवारी पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। खासकर विदेशी पर्यटक जलेब चौक तक हाथी पर बैठकर महल की भव्यता का आनंद उठाते हैं। वहीं दूसरी ओर दिल्ली रोड स्थित हाथी गांव भी रोमांचक अनुभव प्रदान करता है।
जयपुर अब केवल किले और महलों का शहर नहीं रहा, बल्कि वाइल्ड लाइफ और एडवेंचर टूरिज्म का भी उभरता हुआ केंद्र बन चुका है। यहां की लेपर्ड, टाइगर और लायन सफारी तथा हाथी की सवारी पर्यटकों को इतिहास और प्रकृति दोनों का रोमांचक संगम प्रदान करती हैं।
संजय कौशिक, पर्यटन विशेषज्ञ

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