दो थानाधिकारी व दो कांस्टेबल 3.30 लाख की रिश्वत लेते ट्रेप
धंबोला थानाधिकारी आंजणा पहले ही ले चुके हैं पांच लाख रुपए
उदयपुर। संभाग के डूंगरपुर जिले में गुरुवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB), जयपुर की पुलिस महकमे में एक साथ दो स्थानों पर कार्रवाई से हड़कंप मच गया।
उदयपुर। संभाग के डूंगरपुर जिले में गुरुवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB), जयपुर की पुलिस महकमे में एक साथ दो स्थानों पर कार्रवाई से हड़कंप मच गया। एसीबी ने डूंगरपुर कोतवाली के थानाधिकारी दिलीपदान, धंबोला के थानाधिकारी भैयालाल आंजणा को उनके अधीनस्थ कांस्टेबलों को 3.30 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। एक मामले में शराब ठेकेदारों से पुलिस अधीक्षक के नाम पर थानाधिकारी आंजणा पांच लाख रुपए पहले ही ले चुके थे। आंजणा के खिलाफ करीब एक सप्ताह पूर्व एक शराब ठेकेदार के घर पर पुलिस जाप्ता के साथ जाकर तोड़फोड़ करने और बंदूक की बट से मारने का मामला सामने आ चुका है।
एसीबी के महानिदेशक भगवानलाल सोनी ने बताया कि विशेष अनुसंधान इकाई ने इन कार्रवाइयों को अंजाम दिया। परिवादी ने एसीबी मुख्यालय पर शिकायत दी थी कि शराब कारोबार को निर्बाध रूप से चलने देने एवं उसके खिलाफ दर्ज मामलों में कार्रवाई को हल्की करने की एवज में धंबोला थानाधिकारी भैयालाल आंजणा व डूंगरपुर कोतवाली के थानाधिकारी दिलीपदान द्वारा पुलिस अधीक्षक के लिए मासिक बंधी के रूप में 10 लाख रुपए की रिश्वत मांगकर परेशान किया जा रहा है। थानाधिकारी आंजणा ने उनके थाने के कांस्टेबल भोपालसिंह के माध्यम से पांच लाख रुपए पहले ही ले लिए हैं। गुरुवार को उससे 2.50 लाख रुपए लिए जा रहे थे, तभी अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन के निर्देशन में जयपुर एसीबी के एएसपी बजरंगसिंह शेखावत के नेतृृत्व में डीएसपी परमेश्वर दयाल व पुलिस निरीक्षक रघुवीरशरण की टीम ने उक्त कार्रवाई की।
इस टीम ने थानाधिकारी भैयालाल पुत्र किशनलाल आंजणा निवासी रजोरा, प्रतापगढ़ व कांस्टेबल भोपालसिंह पुत्र नवलसिंह राठौड़ निवासी अमरतिया, आसपुर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। भोपालसिंह द्वारा पूर्व में लिए गए पांच लाख रुपए उसके कमरे की अलमारी से बरामद कर लिए गए। दूसरी कार्रवाई में डूंगरपुर कोतवाली के थानाधिकारी दिलीपदान पुत्र स्व. राणीदान बारहट निवासी रेपड़ावास, सोजत सिटी को कांस्टेबल जगदीश पुत्र मांगीलाल विश्नोई निवासी जोधपुर के माध्यम से शराब ठेकेदार से 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। उल्लेखनीय है कि थानाधिकारी आंजणा उदयपुर जिले के थानों में पदस्थ रहते हुए पूर्व में भी उनके कार्यों को लेकर चर्चा में रहे हैं।
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