जयपुर स्थापना दिवस आज, 1727 में इसी दिन बसा था शहर
जैपर@295 साल
दुनियाभर में पिंकसिटी, गुलाबी नगर, भारत का पेरिस समेत कई नामों से पहचाने जाने वाला जयपुर बेहद गौरवशाली इतिहास खुद में समेटे हुए है।
जयपुर। आज जयपुर का 295वां स्थापना दिवस है। आमेर के महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय ने 18 नवंबर 1727 को जयपुर की स्थापना की थी। दुनियाभर में पिंकसिटी, गुलाबी नगर, भारत का पेरिस समेत कई नामों से पहचाने जाने वाला जयपुर बेहद गौरवशाली इतिहास खुद में समेटे हुए है।
जयपुर का प्राचीन नाम
आमेर के राजा जयसिंह द्वितीय अपनी राजधानी आमेर से स्थानांतरित करना चाहते थे। इसलिए 1727 में जयपुर बसाया। फिर इसका नाम जयनगर से जयपुर हो गया। स्थानीय भाषा में लोग इसे जैपर कहा करते थे।
भारत का पेरिस
जयपुर शहर तीन तरफ से अरावली पर्वतमाला से घिरा हुआ है। साल 1876 में इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ और प्रिंस आॅफ वेल्स युवराज अल्बर्ट ने जयपुर का दौरा किया था। तब उनके स्वागत में महाराजा ने जयपुर शहर को गुलाबी रंग से पुतवा दिया था। इसके बाद से ही जयपुर को पिंकसिटी व भारत का पेरिस कहा जाने लगा।
सबसे पहले गंगापोल
वास्तुकार विद्याधर ने नौ ग्रहों के आधार पर शहर में नौ चौकड़ियां और सूर्य के सात घोड़ों पर सात दरवाजे युक्त परकोटा बनवाया। ज्योतिष विद्वान पंडित जगन्नाथ सम्राट और राजगुरु रत्नाकर पौंड्रिक ने सबसे पहले गंगापोल की नींव रखी। पूर्व से पश्चिम की ओर जाती सड़क पर पूर्व में सूरजपोल और दक्षिण में चंद्र पर चांदपोल बनाया।
स्मारकों की ख्याति
जयपुर के दो मॉन्यूमेंट्स ने यूनेस्को के वर्ल्ड हैरिटेज मॉन्यूमेंट्स की लिस्ट में नाम दर्ज करवाया है। हवामहल, जंतर मंतर, आमेर महल, गैटोर की छतरियां, नाहरगढ़ दुर्ग, ईसरलाट सहित अन्य पर्यटन स्थलों ने अपनी पहचान बनाई है।
अब नया जयपुर
नए जयपुर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करीब चार सौ करोड़ के कार्य किए गए है। पिंकसिटी को सुदंर बनाने के लिए रंग रोगन के अलावा चौगान स्टेडियम, रामनिवास गार्डन, जयपुरिया अस्पताल एवं चांदपोल में स्मार्ट पार्किंग, सवाई मान सिंह स्टेडियम में खिलाड़ियों के लिए रिहैबिलिटेशन बिल्डिंग, महाराज स्कूल ऑफ ऑर्ट में म्यूजियम, विधानसभा में म्यूजियम, विभिन्न बरामदों की मरम्मत, किशनपोल बाजार में सड़कों के निर्माण के अलावा रोड लाइटें, चांदपोल बाजार में विकास कार्यों के अलावा शहर में अभय कमांड से जोड़ने के लिए जगह जगह कैमरे लगाए गए है। वर्ल्ड हेरिटेज सिटी में शामिल होने के बाद 14 करोड़ की लागत से 3डी मैंपिंग कराई जा रही है।
जयपुर क्यों बसाया गया?
कहा जाता है कि जयसिंह द्वितीय को नाहरगढ़ पहाड़ी के नीचे सौ एकड़ से भरे जंगल काफी प्रिय थे। वे अक्सर शिकार करने जाया करते थे। तब उन्होंने तय किया कि राजधानी आमेर के पास एक ऐसा शहर बसाया जाए जिसकी प्रत्येक इमारत व सड़क करीने से बनी हो। वास्तुकार विद्याधर ने इसकी संरचना की और उन्हीं की देखरेख में ब्रह्मांड और समय चक्र वृत्त व पृथ्वी के द्योतक वर्गाकार आकृति पर जयपुर का निर्माण हुआ। जयसिंह ने अपनी प्रिय शिकार भूमि पर तालकटोरा नाम से चौकोर तालाब का निर्माण भी करवाया। निर्माण 1726 में शुरू हुआ जो 1730 तक चला।
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