ज्ञानेश कुमार और सुखवीर सिंह संधू बने चुनाव आयुक्त, अधीर रंजन चौधरी ने चयन के तरीके से जताई असहमति
अधीर रंजन बोले- नियुक्ति से दस मिनट पहले सिर्फ छह नाम दिए
लोकसभा के फाइनल चुनाव की तारीखों के एलान से पहले देश को दो नए चुनाव आयुक्त मिल गए हैं। ज्ञानेश कुमार और सुखवीर सिंह संधू को नए चुनाव आयुक्त नियुक्त किए गए है।
नई दिल्ली। लोकसभा के फाइनल चुनाव की तारीखों के एलान से पहले देश को दो नए चुनाव आयुक्त मिल गए हैं। ज्ञानेश कुमार और सुखवीर सिंह संधू को नए चुनाव आयुक्त नियुक्त किए गए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में चुनाव आयुक्तों के चयन के लिए बनी समिति ने इनकी नियुक्ति पर अपनी मुहर लगा दी है। हालांकि समिति के सदस्य और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने चयन प्रक्रिया पर अपनी असहमति जताई है। गुरुवार को हुई तीन सदस्यों वाली चयन समिति की बैठक में गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल रहे।
उल्लेखनीय है कि सुखबीर उत्तराखंड के चीफ सेक्रेटरी और एनएचएआई के चेयरमैन रह चुके हैं। वहीं ज्ञानेश कुमार 1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अफसर हैं और गृह मंत्रालय में तैनात रह चुके हैं और सहकारिता मंत्रालय में सचिव पद से रिटायर हुए हैं। हालांकि, अभी आधिकारिक तौर पर चुनाव आयुक्त की नियुक्तियों का एलान नहीं किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मंजूरी के बाद इनकी नियुक्ति की अधिसूचना जारी की जायेगी। कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उनके (सरकार) पास समिति में बहुमत है, पहले, उन्होंने मुझे 212 नाम दिए थे, लेकिन नियुक्ति से दस मिनट पहले उन्होंने मुझे सिर्फ छह नाम दिए। मुझे पता है कि मुख्य न्यायाधीश वहां नहीं है, सरकार ने ऐसा कानून बना दिया है कि सीजेआई दखल नहीं दे सकता और केंद्र सरकार अपनी पसंद का नाम चुन सकती है। वह यह नहीं कह रहा कि यह मनमाना है, लेकिन जो प्रक्रिया अपनाई जा रही है उसमें कुछ खामियां हैं।
गौरतलब है कि चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के इस्तीफे के बाद चुनाव आयुक्त का एक और पद खाली हो गया था जबकि चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे फरवरी में रिटायर हो गए थे।
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