घर में चोर घुस आने के भ्रम में 75 वर्षीय महिला ने निगली सोने की चेन
निजी हॉस्पिटल में हुआ जटिल केस
डिमेंशिया से पीड़ित 75 वर्षीय महिला को यह भ्रम हो गया कि उनके घर में चोर घुस आए हैं। इस चक्कर में उन्होंने अपनी सोने की चेन को बचाने के लिए उसे निगल लिया।
जयपुर। डिमेंशिया से पीड़ित 75 वर्षीय महिला को यह भ्रम हो गया कि उनके घर में चोर घुस आए हैं। इस चक्कर में उन्होंने अपनी सोने की चेन को बचाने के लिए उसे निगल लिया। इसके बाद जब उन्हें तेज पेट दर्द और निगलने में समस्या होने लगी तो उन्हें शहर के निजी हॉस्पिटल में दिखाया गया जहां एक जटिल फॉरेन बॉडी रिमूवल एंडोस्कोपिक प्रोसीजर कर उनके पेट में से सोने की चेन निकाली। हॉस्पिटल के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ. विनायक कल्ला ने यह केस किया।
भोजन नली और पेट में जगह-जगह हुए घाव
डॉ. विनायक कल्ला ने बताया कि चेन के भारी होने के कारण मरीज की भोजन नली और पेट में जगह जगह घाव हो गए जो अल्सर बन गए थे। ऐसे में उन्हें तेज पेट दर्द, निगलने में परेशानी जैसे लक्षण दिख रहे थे। जब हमने उनकी जांच की तो सामने आया कि सर्जरी करके चेन निकालने में जोखिम ज्यादा था, ऐसे में एंडोस्कोपी से ही चेन निकालने का निर्णय लिया गया। इसके लिए रॉथ बास्केट तकनीक से सुरक्षापूर्वक उनके पेट में से चेन निकाल ली गई।
बच्चों या बुजुर्गों द्वारा निगलने पर प्राकृतिक रूप से निकालना हो सकता है घातक
इस दौरान डॉ. विनायक ने बताया कि बच्चों द्वारा सिक्के या छोटे खिलौने, बुजुर्गों में नकली दांत या मानसिक रोगियों द्वारा चाबियां या कुछ भी छोटी चीज निगलने के मामले सबसे ज्यादा आते हैं। जागरूकता के अभाव ने ज्यादातर प्रयास यह किया जाता है कि उनसे उल्टी करवाकर ही निगली वस्तु निकाल ली जाए। जबकि ऐसा करना उनके आंतरिक अंगों के लिए बेहद घातक हो सकता है। उल्टी से प्रेशर में वस्तु के बाहर आने पर वह भोजन नली या पेट में गंभीर घाव कर सकती है। इसीलिए ऐसे मामलों में एंडोस्कोपी से ही निगली वस्तु निकालने का प्रयास किया जाना चाहिए।
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