युवा ही घोल रहे युवाओं की नसों में नशे का जहर
साढ़े चार साल में पुलिस ने 396 महिलाओं समेत 2502 तस्करों को पकड़ा
साढ़े चार साल में 396 महिलाएं मादक पदार्थ की तस्करी में पकड़ी गई, जिनमें से 197 महिलाएं 26 से 40 उम्र की हैं। पुलिस ने तस्करी के खिलाफ 2004 प्रकरण दर्ज कर महिला समेत 2502 तस्कर व पैडलरों को गिरफ्तार किया है।
जयपुर। जयपुर शहर में हर रोज नशे का कारोबार बढ़ रहा है। अवैध मादक पदार्थ पर अंकुश लगाने के लिए करीब साढ़े चार साल से चल रहे ‘आपरेशन क्लीन स्वीप’ के तहत कार्रवाई में सामने आया कि है कि सबसे ज्यादा अवैध मादक पदार्थ की तस्करी 18 से लेकर 40 साल तक के युवा कर रहे हैं। इनमें भी 26 से लेकर 40 उम्र तक के तस्करों की संख्या ज्यादा है। वहीं, तस्करी में महिलाएं भी शामिल रही हैं। साढ़े चार साल में 396 महिलाएं मादक पदार्थ की तस्करी में पकड़ी गई, जिनमें से 197 महिलाएं 26 से 40 उम्र की हैं। पुलिस ने तस्करी के खिलाफ 2004 प्रकरण दर्ज कर महिला समेत 2502 तस्कर व पैडलरों को गिरफ्तार किया है। इनमें 18 से लेकर 61 वर्ष से अधिक उम्र के लोग शामिल है। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने तस्करों के कब्जे से 1.46 करोड़ रुपए नकद और तस्करी में शामिल 437 वाहन बरामद किए हैं। इस आॅपरेशन में पुलिस ने गांजा, अफीम, चरस, स्मैक, डोडा-पोस्त, कोकीन-एमडीएमए, ब्राउन शुगर, और नशे की टेबलेट जब्त की है।
मदाक पदार्थों की सप्लाई का रूट
गांजा: उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, आन्ध्रप्रदेश, बिहार, छतीसगढ़, झारखण्ड़, पूर्वोतर राज्यों एवं नेपाल।
अफीम: चितौडगढ़, झालावाड़, प्रतापगढ़, मंदसौर, नीमच एवं मालदा।
स्मैक: झालावाड़, टोंक।
डोडा पोस्त: चितौड़गढ़, झालावाड़
मॉर्डन ड्रग्स, चरस, कोकिन, ब्राउन शुगर: हिमाचल प्रदेश, मुम्बई और दिल्ली।
कच्ची बस्ती से लेकर छात्र भी शामिल
मादक पदार्थ तस्करी में कच्ची बस्ती में रहने वाले निम्न आय वर्ग के लोगों समेत छात्र भी शामिल है। इनके द्वारा मुख्यत: स्मैक का सेवन किया जाता है। स्मैक की खरीद-फरोख्त के लिए छोटे-मोटे अपराध भी करते हैं। स्मैक एवं ब्राउन शुगर उपलब्ध नहीं होने पर यें हानिकारक रसायनों का प्रयोग करते हैं। स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाल छात्र अपने साथियों के प्रभाव में आकर इस प्रकार के नशे का सेवन कर रहे है। कुछ छात्र पैडलर एंव सप्लायर का कार्य भी कर रहे है। वहीं, उच्च आय वर्ग के युवक, युवतियां महंगे बार, पब, क्लब, रेस्टोरेन्ट में जाते है, उनके द्वारा गांजा एवं मॉडर्न ड्रग्स का सेवन किया जा रहा है।
अवैध मादक पदार्थ तस्करी और उपयोग करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। आमजन से अपील है कि कहीं भी मादक पदार्थ तस्करी और सेवन करने की सूचना मिले तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
-कैलाश चन्द्र बिश्नोई, एडिशनल कमिश्नर प्रथम
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