बावड़ियों के कायाकल्प की आशा हुई धूमिल
लापरवाही: घटिया निर्माण की पहली बारिश में ही खुली पोल
क्लब बावड़ी का कार्य सहमति नहीं मिलने के कारण नहीं करवाया जा रहा हैं।
बून्दी। बूंदी शहर में कचरा डिपो बनती जा रही ऐतिहासिक बावड़ियों को जीर्णोद्धार की जरूरत को देखते हुए पूर्ववर्ती सरकार द्वारा वर्ष 2022-23 की बजट घोषणा में 9.20 करोड़ रूपए की लागत से बून्दी की 11 बावड़ियों के पुनरुद्धार करने की घोषणा की थी। जिसके तहत बून्दी शहर की अभयनाथ, नागर-सागर कुण्ड, भावल्दी, मीरागेट, मालनमासी, शुक्ल बावड़ी, बोहराजी का कुण्ड, मनोहर बावड़ी, क्लब बावड़ी, अनारकली की बावड़ी व पुलिस लाइन की बावड़ी का पुनरुद्धार कराया जाना था।लेकिन इस बजट घोषणा से आमजन के मन में जगी ऐतिहासिक बावड़ियों के जीर्णोद्धार की आशा उस समय धूमिल हो गई, जब बोहरा कुंड पर करवाया जा रहा कार्य पहली बारिश को ही नहीं झेल पाया। जबकि इससे कुछ दिन पूर्व पर्यटन विभाग की सचिव शुचि शर्मा सहित विभागीय अधिकारियों द्वारा इन निर्माण कार्यो का निरीक्षण किया गया था।
सीढ़ियों के मरम्मत के नाम पर हो रही है लीपा पोती
क्षेत्रवासियों ने बताया कि बोहरा कुंड में चल रहे सीढ़ि़यो के निर्माण और मरम्मत कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग खुलेआम किया जा रहा है, जिस पर कोई रोकटोक नहीं हैं। इन पत्थरों को लगाने में उपयोग की गइ सामग्री में रेत की मात्रा ज्यादा और सीमेंट की मात्रा कम होने से पहली ही बारिश में लगाए गए पत्थर धराशाही हो गए। उक्त कार्य का कुछ दिन पूर्व पर्यटन सचिव द्वारा किए गए निरीक्षण में उक्त पत्थरों के उपयोग व सामग्री पर आपत्ति जताई गई थी। साथ पर्यटन विभाग के उपनिदेशक विकास पंडया ने भी एक दिन पूर्व ही उक्त कार्य का निरीक्षण किया था, जबकि संवेदक से बात किए जाने पर उच्च गुणवत्ता युक्त सामग्री का उपयोग किए जाने की बात कहते हुए दोपहर मे ही कार्य होना बताया गया।
दो चरणों में होना हैं कार्य
सहायक पर्यटन अधिकारी प्रेमशंकर सैनी ने बताया कि बजट घोषणा के तहत पहले फेज में 4.60 करोड़ की लागत से बूंदी शहर की अभयनाथ बावड़ी, बोहरा कुंड, भावल्दी बावड़ी, मीरागेट बावड़ी, मालनमासी बावड़ी और शुक्ल बावड़ी तथा दूसरे चरण में भी 4.60 करोड़ रुपए से नागर-सागर कुंड, मनोहर बावड़ी, क्लब बावड़ी, अनारकली बावड़ी और पुलिस लाइन की बावड़ी के पुनरुद्धार के कार्य किए जा रहे हैं। सैनी के अनुसार इनमें से क्लब बावड़ी का कार्य सहमति नहीं मिलने के कारण नहीं करवाया जा रहा हैं।
घटिया निर्माण की खुली पोल
पुरातत्व विभाग द्वारा शहर के बालचंदपाड़ा स्थित बोहरा कुंड में करवाया जा रहे कार्य की पोल पहली बारिश ने ही खोल कर रख दी। यहां सीढ़ियों पर लगाए गए पत्थर पहली बारिश मे ही उखड़ कर गिर गए। जिससे संवेदक द्वारा उपयोग में ली जा रही घटिया सामग्री की पोल खोल कर रख दी। वहीं क्षेत्र के लोगों द्वारा संवेदक द्वारा करवाए जा रहे घटिया कार्य की जांच हेतु उच्चाधिकारियों से निरीक्षण कर कार्यवही करने की मांग की।
इनका कहना है
विभाग द्वारा समय समय पर निर्माण कार्यों का निरीक्षण करवाया जा रहा हैं। पिछले दिनों पर्यटन सचिव व स्वयं मेरे द्वारा निरीक्षण किया गया हैं। घटिया कार्य की शिकायत मिली हैं, जिस पर पूरे निर्माण कार्य की जांच रिपोर्ट तैसार करवा कर कार्यकारी एजेंसी पुरातत्व विभाग को भिजवाया जाएगा।
- विकास पंडया, उपनिदेशक पर्यटन विभाग कोटा
Comment List