
करवर की रहने वाली 48 साल की मंजू माली की है। जिन्होंने गांव के गरीब और शिक्षा से वंचित बालक बालिकाओं को निशुल्क पढ़ाती थी। इसके बाद में मंजू माली महात्मा गांधी पुस्तकालय खोला। इसके माध्यम से गांव के महिला, पुरुषों से जुड़ी तथा शिक्षा का उजियारा फैलाया।