असर खबर का - घटिया निर्माण कार्य पर बावड़ियों के जीर्णोद्धार कार्यों का किया निरीक्षण
उपनिदेशक ने लिया जायजा, संवेदक को गुणवत्तापूर्ण कार्य के दिए निर्देश
पुरातत्व विभाग की उपनिदेशक ने निरीक्षण कर जांच रिपोर्ट तैयार की और बताया कि निर्माण कार्यों में सीमेंट का उपयोग नहीं होना चाहिए।
बून्दी। बूंदी शहर में ऐतिहासिक बावड़ियों के जीर्णोद्धार की जरूरत को देखते हुए पूर्ववर्ती सरकार द्वारा वर्ष 2022-23 की बजट घोषणा में 9.20 करोड़ रूपए की लागत से किए जा रहे 10 बावड़ियों के जीर्णोद्धार कार्य में संवेदक द्वारा की जा रही लीपापोती पर विभाग द्वारा त्वरित कार्यवाही की गई। दैनिक नवज्योति द्वारा शनिवार को बावड़ियों के कायाकल्प की आशा हुई धूमिल...शीर्षक से समाचार प्रसारित होने के बाद पुरातत्व विभाग द्वारा त्वरित गति से कार्यवाही करते हुए शनिवार को विभाग की उपनिदेशक कृष्णकांता शर्माऔर सहायक अभियंता अब्दुल बकीं को मौके पर भेज कर निर्माण कार्यों की जांच करवा कर जांच रिर्पोट तैयार करवाई गई।
गौरतलब हैं कि कार्यकारी एजेंसी पुरातत्व विभाग द्वारा शहर के बालचंदपाड़ा स्थित बोहरा कुंड में करवाए जा रहे कार्य की पोल पहली बारिश ने ही खोल कर रख दी थी। यहां सीढ़ियों पर लगाए गए पत्थर पहली बारिश मे ही उखड़ कर गिर गए। जिससे संवेदक द्वारा उपयोग में ली जा रही घटिया सामग्री की पोल खोल कर रख दी। वहीं क्षेत्र के लोगों द्वारा संवेदक द्वारा करवाए जा रहे घटिया कार्य की जांच हेतु उच्चाधिकारियों से निरीक्षण कर कार्यवाही करने की मांग की थी।
कुंड व बावड़ियों की वैभवता व प्राचीनता रहे बरकरार
पुरातत्व विभाग की उपनिदेशक कृष्ण कांता शर्मा ने निरीक्षण कर जांच रिपोर्ट तैयार की और बताया कि निर्माण कार्यों में सीमेंट का उपयोग नहीं होना चाहिए। वहीं उपयोग में लिए जा रहे पत्थरों के बारे में आपत्ति जताते हुए कायार्देश की जांच करने की भी बात कही। उपनिदेशक कृष्ण कांता शर्मा ने संवेदक को कुंड व बावड़ियों की वैभवता व प्राचीनता बरकरार रखते हुए कार्य करने को कहा। इन्होंने संवेदक को गुणवत्तापूर्ण कार्य करने व पाई गई खामियों को दुरूस्त करने के निर्देश भी दिए। वहीं टीम ने निर्माण कार्यो की फोटो व वीडियोग्राफी भी की। संवेदक ने बताया कि बताई गए निदेर्शों के अनुसार गुणवत्तापूर्ण कार्य किया जाएगा। जो कमियां बताई गई है उन्हें दूरस्थ किया जाएगा साथ ही सीमेंट का उपयोग कम करते हुए चुने का उपयोग ज्यादा किया जाएगा। ताकि कुंड व बावड़ियों की वैभवता व प्राचीनता बनी रहे उन्होंने ने कहा कि पुराना लगा पत्थर नहीं मिल रहा है जिसके चलते उक्त पत्थरों का उपयोग किया जा रहा है जो कि अच्छा पत्थर है। बोहरा कुंड के ऊपर बने गणेश मंदिर पर कलात्मक छतरी बनवाने की मांग इस दौरान स्थानीय क्षेत्रवासियों व पर्यटन प्रेमियों ने कुंड एवं बावड़ी की प्राचीन वैभवता बनाए रखने की बात कहते हुए जीर्णोद्धार कार्य में उपयोग किए जा रहे सीमेंट व पत्थर को लेकर आपत्ति जताई। इन्होंने बोहरा कुंड के ऊपर बने गणेश जी के मंदिर में लगे टीनशेड को हटाकर कलात्मक छतरी बनाने की भी मांग की। इस दौरान इंटेक के राजकुमार दाधीच, मनीष सिसोदिया, नारायण मंडोवरा, पीयूष पाचक सहित सहायक पर्यटन अधिकारी प्रेम शंकर सैनी सहित स्थानीय लोग मौजूद रहे।
इनका कहना है
जीर्णोद्धार कार्य का दिए गए निर्देशानुसार निरीक्षण किया गया हैं। स्थानीय लोगों की आपत्तियों को भी सुना है। उनकी आपत्तियों को उच्चाधिकारियों तक पहुचाएंगे। संवेदक को भी उच्च गुणवत्ता के साथ नियमानुसार कार्य करने को कहा हैं। जीणोग्द्धार के बाद भी मोन्यूंट्स की मौलिक सौंदर्य व प्राचीन वैभव बरकरार रहना चाहिए।
- कृष्ण कांता शर्मा, उपनिदेशक, पुरातत्व विभाग
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