कांग्रेस विधायक दल बैठक में बनी रणनीति, जनहित मुद्दों पर सरकार को घेरेगी विपक्ष
कांग्रेस विधायक दल की बैठक मंगलवार को होटल मेरिएट में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की अध्यक्षता में हुई।
जयपुर। कांग्रेस विधायक दल की बैठक मंगलवार को होटल मेरिएट में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की अध्यक्षता में हुई। पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रन्धावा, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, पूर्व मंत्री हरीश चौधरी, शांति धारीवाल समेत कांग्रेस के विधायक बैठक में मौजूद रहे। पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत स्वास्थ्य कारणों के चलते बैठक में नहीं पहुंचे।
बैठक से पहले डोटासरा और जूली ने भजनलाल सरकार पर जमकर हमला बोला। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने प्रशासनिक स्वीकृति और वित्तीय स्वीकृति के बावजूद सरकार पर काम रोकने का आरोप लगाया। सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते हुए जूली ने कहा कि सरकार के कई काम कथनी और करनी में अंतर दिखा रहे हैं। कल बजट आ रहा है। हम भी अच्छे काम की तारीफ करना चाहते हैं, लेकिन सरकार अच्छा काम तो करे। अभी तक तो पिछले लेखानुदान की घोषणाएं पूरी नहीं की गई। बीजेपी के संकल्प पत्र के वादों को भी सरकार पूरा नहीं कर रही। डीजल–पेट्रोल की दरें हरियाणा के बराबर करने की बात कही थी। उस पर भी सरकार खरी नहीं उतरी।
डोटासरा ने कहा कि आरएसएस के एनजीओ विद्या भारती की स्कूलें पिछले दिनों बंद हो गई हैं। उन स्कूलों को सरकारी सेक्टर में अंग्रेजी स्कूल खुलने से और नुकसान हुआ। लिहाजा बीजेपी की सरकार अंग्रेजी स्कूलों के पीछे पड़ी है। डोटासरा ने बजट से पहले सरकार पर चुटकी लेते हुए कहा कि हमारी कांग्रेस सरकार में कृषि का अलग से बजट लाया गया। जबकि बीजेपी सरकार में तो कृषि मंत्री को ही नहीं पूछा जा रहा। मुझे नहीं लगता की अफसरों ने किरोड़ीलाल मीणा से बात भी की। राजस्थान की फाइलों की रिपोर्ट दिल्ली भेजी जा रही है। यह लोकतंत्र का अपमान है। मंत्री को अपने काम में स्वायत्तता नहीं है। सरकार का मंत्री अपना इस्तीफा लिए घूम रहा है। क्या सरकार ने किरोडीलाल मीणा की भावना कृषि विभाग में शामिल की। बजट पढ़ेगा कोई, बनाएगा कोई! यह नई शुरुआत इस सरकार ने की है। मंत्री मुख्यमंत्री ने बात के अलावा कुछ नहीं किया। इनके नेता अपने मन की बात कर रहे हैं और ये लोग एक–दूसरे को पटखनी देने में लगे हैं।
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