Nahargarh Biological Park: शावकों की मां की कमी पूरी कर रहा टाइगर का पुतला
जानकारी के अनुसार इन्हें जब नियोनिटेल केयर में लाया गया था तो उसके दूसरे दिन ही टाइगर के पुतले को भी यहां रख दिया गया था।
जयपुर। नाहरगढ़ जैविक उद्यान के रेस्क्यू सेंटर स्थित नियोनिटेल केयर में बाघिन रानी के दोनों शावकों की विशेष देखभाल के साथ लालन-पालन किया जा रहा है। यहां शावकों की प्रतिदिन की डाइट और अन्य गतिविधियों को नियमित रूप से रजिस्टर में दर्ज किया जा रहा है। सफेद नर शावक और गोल्डन शावक दोनों का वजन भी पहले की अपेक्षा बढ़ा है। यहां शावकों को मां की कमी महसूस न हो, इसके लिए नाहरगढ़ जैविक उद्यान प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है। एक टाइगर के पुतले (डमी) को नियोनिटेल केयर में रखा गया है। जिसे वे अपनी मां समझ रहे हैं। ऐसे में दोनों शावक कभी इस पुतले पर चढ़कर खेलते हैं। तो कभी उसकी गोद में सो जाते हैं। फर्श पर ग्रीन कॉरपेट बिछाया गया है। जानकारी के अनुसार इन्हें जब नियोनिटेल केयर में लाया गया था तो उसके दूसरे दिन ही टाइगर के पुतले को भी यहां रख दिया गया था।
शावकों की देखभाल में नवाचार
शावकों की देखभाल में यह नवाचार नाहरगढ़ जैविक उद्यान के प्रयासों का एक अच्छा उदाहरण कहा जा सकता है। जैविक उद्यान के स्टाफ और डॉक्टर द्वारा शावकों की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। इसके लिए नियोनिटेल केयर में नाइट विजन कैमरे लगाए गए हैं। दोनों शावकों की समय समय पर विभिन्न जांचें भी की जा रही है। ताकि वे स्वस्थ रहें।
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