सर्द मौसम में वन्यजीवों के साथ परिंदों का भी बदला खानपान, पक्षी खाने में उठा रहे अंडों का लुत्फ
हरबिवोरस की डाइट में भी बदलाव
जानकारी के अनुसार यहां करीब 22 प्रजातियों के 250 से अधिक पक्षी रहवास कर रहे हैं। हरबिवोरस में सांभर, चीतल, काले हिरण (प्रति एनिमल को) को नार्मल डाइट के अतिरिक्त खाने में दो किलो गाजर, 100 ग्राम दाल एवं 100 ग्राम फोलरा दिया जा रहा है।
जयपुर। सर्द मौसम के चलते नाहरगढ़ बायोलॉजिकल में रह रहे वन्यजीवों के खान-पान में बदलाव करने के साथ ही रामनिवास बाग स्थित जयपुर चिड़ियाघर में विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों और हरबिवोरस की डाइट में भी बदलाव किया है। जानकारी के अनुसार यहां करीब 22 प्रजातियों के 250 से अधिक पक्षी रहवास कर रहे हैं। हरबिवोरस में सांभर, चीतल, काले हिरण (प्रति एनिमल को) को नार्मल डाइट के अतिरिक्त खाने में दो किलो गाजर, 100 ग्राम दाल एवं 100 ग्राम फोलरा दिया जा रहा है। वहीं विश्व के सबसे बडे पक्षी शुतुरमुर्ग को डाइट के अलावा दो-दो अंडे खाने में मिक्स करके दिया जा रहा है। अभी यहां दो शुतुरमुर्ग रहवास कर रहे हैं। यहां रह रहे 11 ऐमू को भी खाने में एक-एक अण्डा दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त बजरीघर, काकाटेल, गोल्डन फिजेंट, सिल्वर फिजेंट, लेडी फिजेंट, लेडी एमरल्ड फिजेंट, फ्लेमिंगों, कॉमन डक के साथ ही स्टार कछुए भी डाइट के साथ अंडों का लुत्फ उठा रहे हैं। जू में रह रहे पक्षियों को सर्दी से बचाने के लिए रोग-प्रतिरोधक दवाइयां भी दी जा रही है। ताकि ज्यादा सर्दी पड़ने पर उनका बचाव किया जा सके।
इनका कहना है
चड़ियाघर में रहवास कर रहे विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों को सर्दी के मौसम के अनुसार अतिरिक्त डाइट दी जा रही है। कई पक्षियों को विशेष रूप से खाने में अंडे दिए जा रहे हैं। साथ ही इन्हें रोग-प्रतिरोधक दवाइयां भी दी जा रही है।
-डॉ. अशोक तंवर, वन्यजीव चिकित्सक, जयपुर चिड़ियाघर
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